Sanju Samson: भारत और साउथ अफ्रीका (IND vs SA) के बीच 15 नवंबर को जोहानसबर्ग में चौथा टी 20 मैच खेला गया. टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए भारत ने 1 विकेट पर 283 रन बनाए और साउथ अफ्रीका को 18.2 ओवर में 148 पर समेटते हुए 135 रन के बड़े अंतर से मैच जीता. साथ ही 4 मैचों की सीरीज में 3-1 से अपने नाम की. भारत की इस जीत में संजू सैमसन और तिलक वर्मा की अहम भूमिका रही. दोनों ने शतक लगाए. ये पहला मौका था जब किसी एक टी 20 मैच में दो बल्लेबाजों ने शतक लगाए. इन दोनों का सीरीज में दूसरा शतक था.
तिलक का लगातार दूसरा शतक था. सैमसन ने 56 गेंदों पर 9 छक्के और 6 चौके लगाते हुए नाबाद 109 जबकि तिलक ने 10 छक्के और 9 चौके लगाते हुए मात्र 47 गेंदों में 120 रन की पारी खेली. इन दोनों के बीच रिकॉर्ड 210 रन की साझेदारी हुई. इस मैच के बाद संजू सैमसन के लिए हाल ही में उनके पिता द्वारा दिया बयान याद आता है जो कहीं न कहीं सच साबित हो रहा है.
क्या था संजू के पिता का बयान?
संजू सैमसन के पिता सैमसन विश्वनाथ ने सैमसन द्वारा साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टी 20 में शतक लगाने के बाद एक बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि, सैमसन अपने करियर के शुरुआत में भी उतना ही प्रभावशाली और प्रतिभावान थे जितना की अब लेकिन भारतीय टीम के पूर्व कप्तानों एमएस धोनी, विराट कोहली, रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ ने उसके साथ अन्याय किया और उसे मौके न देकर उसके करियर को बुरी तरह प्रभावित किया. इस बयान पर मिली जुली प्रतिक्रिया आई थी. लेकिन अब सैमसन कहीं न कहीं अपने पिता के बयान को सही साबित करते जा रहे हैं.
पिता की बात को सच कर दिया
संजू सैमसन ने पिछले कुछ दिनों अपने प्रदर्शन से अपने पिता को बयान को सच साबित कर दिया है. सैमसन ने दिखाया है कि अगर उन्हें पहले मौके मिले होते तो वे अबतक भारतीय क्रिकेट का बहुत बड़ा नाम बन चुके होते और कई रिकॉर्ड उनके नाम हो चुके होते. बता दें कि सैमसन ने पिछले 5 टी 20 में 3 शतक लगा दिया हैं. ये पहला मौका है जब एक ही साल में किसी बल्लेबाज ने टी 20 में 3 शतक लगा दिए हैं. ये तब हुआ जब कप्तान सूर्या ने सैमसन को ये विश्वास दिलाया था कि उनका प्रदर्शन चाहे जैसा वे उन्हें बैक करेंगे और इस मौके और विश्वास ने संजू सैमसन को अपनी जगह बनाने में ब्रम्हास्त्र की तरह काम किया. साथ ही अपने पिता के आरोप को भी सच साबित कर दिया.
2015 में करियर की शुरुआत
संजू सैसमन को आईपीएल में उनके प्रदर्शन को देखते हुए 2015 में ही अंतरराष्ट्रीय डेब्यू का मौका मिला था लेकिन पिछले 10 साल में वे अवसर की कमी से जूझते रहे और लगातार टीम से अंदर बाहर होते रहे. धोनी, विराट, रोहित कोच राहुल किसी ने भी उन पर वो भरोसा नहीं दिखाया जो कप्तान सूर्या और कोच गंभीर ने दिखाया है. बता दें कि 2015 में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत करने वाले सैमसन ने अबतक अबतक 37 टी 20 मैच खेले हैं जिसकी 33 पारियों में 3 शतक और 2 अर्धशतक लगाते हुए 810 रन बनाए हैं. उनका स्ट्राइक रेट 155 से उपर का है. वहीं 16 वनडे में 1 शतक और 3 अर्धशतक लगाते हुए उन्होंने 510 रन बनाए हैं.