इस्लाम के लिए छोड़ा क्रिकेट, 18 वर्षीय पाकिस्तानी महिला खिलाड़ी आयशा नसीम ने लिया संन्यास

पाकिस्तान क्रिकेट को आयशा नसीम जैसे चमकते युवा सितारे की कमी खलेगी, जिसने इस्लाम के अनुसार धार्मिक जीवन जीने के लिए खेल से अचानक संन्यास लेने की घोषणा की है। इस 18 वर्षीय बल्लेबाज ने गुरुवार (जुलाई 20) को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को अपने रिटायरमेंट के फैसले की जानकारी दी। वह अपने करियर के चरम पर हैं और महिला क्रिकेट में बॉल के बड़े हिटरों में से एक के रूप में खेल छोड़ रही हैं।

”मैं क्रिकेट छोड़ रही हूं और इस्लाम के मुताबिक अपनी जिंदगी जीना चाहती हूं,” आयशा नसीम ने पीसीबी से कहा।

उन्होंने 2020 में पाकिस्तान के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया और चार महिला वनडे और 30 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया, जिसमें क्रमशः 33 और 369 रन बनाए।

लंबे-लंबे छक्के लगाने और आसानी से गेंद को सीमा रेखा के बाहर भेजने की कला के कारन और उनकी बल्लेबाज़ी की प्रतिभा के कारण उन्हें महिला क्रिकेट में अगली बड़ी खिलाड़ी के रूप में देखा जा रहा था।

नसीम ने अपना आखिरी क्रिकेट मुकाबला 2023 की शुरुआत में टी20 महिला विश्व कप में आयरलैंड के खिलाफ खेला था। नसीम ने टी20 महिला विश्व कप में भारतीय महिला टीम के खिलाफ भी बेहतरीन बल्लेबाज़ी की थी और सिर्फ 25 गेंदों पर 43 रनों की बेहतरीन नाबाद पारी खेली थी| इस मैच में उन्होंने दो चौके और इतने ही छक्के लगाए थे और अपनी प्रतिभा की झलक दिखलाई थी।

हालाँकि भारत ने ये मैच आसानी से सात विकेटों से जीत लिया था। पाकिस्तान के 149/4 के जवाब में जेमिमा रोड्रिग्स, शैफाली वर्मा और ऋचा घोष के विस्फोटक बल्लेबाज़ी के कारण भारत ने जीत के लक्ष्य को 19 ओवर में प्राप्त केर लिया था।

उनके अचानक संन्यास लेने से निश्चित रूप से पाकिस्तानी क्रिकेट जगत को झटका लगेगा और टीम एक बेहतरीन खिलाडी को खो देगी।