महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने आज अपना घोषणापत्र जारी किया. महा विकास अघाड़ी में कांग्रेस, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) भी शामिल हैं.
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में एमवीए नेताओं ने घोषणापत्र का अनावरण किया, जिसमें महाराष्ट्र के लिए ‘पांच गारंटी’ पर जोर दिया गया है, जिनमें राज्य में जाति जनगणना कराना भी शामिल है. मुंबई में आयोजित इस कार्यक्रम में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की नेता सुप्रिया सुले, कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल, महाराष्ट्र के चुनाव प्रभारी रमेश चेन्निथला, राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले, शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत और अरविंद सावंत सहित अन्य नेता शामिल हुए.
एमवीए ने जाति आधारित जनगणना कराने और आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा को हटाने का वादा किया है. दिन की शुरुआत में, भारतीय जनता पार्टी ने भी आगामी विधानसभा चुनावों के लिए अपना घोषणापत्र जारी किया, जिसमें राज्य की जनता को 25 आश्वासन देने का वादा किया गया है, अगर वे एक और कार्यकाल के लिए सत्ता में लौटते हैं.
एमवीए ने अपनी महालक्ष्मी योजना के तहत महिलाओं को प्रति माह 3,000 रुपये की वित्तीय सहायता देने और राज्य में महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा का वादा किया है. विपक्षी गठबंधन ने किसानों के ऋण माफ करने का वादा भी किया है और किसानों को 25 लाख रुपये का स्वास्थ्य कवरेज देने का संकल्प लिया है.
इस अवसर पर खड़गे ने कहा, “हमारी 5 गारंटी महाराष्ट्र के सभी लोगों के कल्याण में सहायक होंगी. हर परिवार को सालाना लगभग 3 लाख रुपये की सहायता मिलेगी. हमारी महालक्ष्मी योजना के तहत सभी महिलाओं को वित्तीय सहायता दी जाएगी, जिन्हें हर महीने 3,000 रुपये दिए जाएंगे. हम महाराष्ट्र की महिलाओं के लिए मुफ्त बस सेवा शुरू करेंगे.”
कांग्रेस प्रमुख ने कार्यक्रम के दौरान कहा, “हम उन किसानों को 50,000 रुपये की राशि देंगे जो समय पर अपने ऋण का भुगतान करते हैं.
जैसे-जैसे 288 सीटों वाली विधानसभा के चुनाव करीब आ रहे हैं, महायुति और महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के बीच राजनीतिक जंग और तेज होती जा रही है.