मुकेश खन्ना ने दी बीजेपी को नसीहत, कहा- अयोध्या चुनाव हार से ये सीख लेनी चाहिए कि…

‘सनम वेबफा’, ‘तहलका’ जैसी कई शानदार फिल्मों में नजर आ चुके मुकेश खन्ना को टीवी सीरियल शक्तिमान से काफी प्रसिद्धि मिली. आज भी लोग उनके भीष्म पितामह के यादगार किरदार को भूल नहीं पाए हैं. वैसे इन सबके अलावा मुकेश खन्ना अपने बेबाकी के लिए भी मशहूर हैं. सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले मुकेश हर मुद्दे पर गंभीरता से अपनी राय रखते हैं. अब उन्होंने हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी की अयोध्या में हुई हार पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.

मुकेश खन्ना ने इंस्टाग्राम पर भव्य राम मंदिर की एक तस्वीर शेयर करते हुए अयोध्या में बीजेपी की हार की वजह बताई और पोस्ट में कहा कि अयोध्या में हार से ये सीख लेनी चाहिए कि भव्य राम मंदिर के साथ-साथ यहां रहने वाले नगरवासियों की जिंदगी भी भव्य बनाने की कोशिश की जानी चाहिए.

अपने पोस्ट उन्होंने लिखा, ‘अयोध्या चुनाव हार से ये सीख लेनी चाहिए कि भव्य मंदिर के साथ-साथ आस-पास के नगरवासियों की जिंदगी को भी भव्य बनाने का प्रयास होना चाहिए. करोड़ों के बजट के बीच कुछ करोड़ वहां के लोगों की समस्या हल करने के लिए भी रखना जरूरी है. फिर चाहे ये राम मंदिर हो, चारों धाम हों या जयपुर निकट खाटू शाम का मंदिर हो. श्रद्धा की स्थली को टूरिस्ट स्पॉट ना बनने दें. वहां लोग भी रहते हैं उनका भी ख्याल रखें.’

इस सलाह को मोदी जी और अमित जी थोड़ा तवज्जो दें

इसके बाद उन्होंने एक पोस्ट और शेयर किया. उन्होंने लिखा- ‘सबका साथ सबका विकास’- मोदी जी के दिये हुए नारों में शायद सबसे ज़्यादा उनका पसंदीदा नारा है. लेकिन ये जनता के साथ साथ, उनके पार्टी के चुने सांसद, विधायक और कारपोरेटर पर भी लागू होना चाहिए. टीवी और प्रचार में दो चेहरों को छोड़ कर किसी और का चेहरा नहीं दिखता. क्यों ? उनका भी तो साथ होना चाहिए, अगर देश का विकास करना है और होना नहीं, दिखना भी चाहिए. लेकिन होता नहीं, दिखता भी नहीं. इस बार के आशा के विपरीत आये चुनाव के परिणामों के कारणों में से एक ये भी बहुत बड़ा कारण है. इनकी हार का कारण! पार्टी मिल जुलकर काम करे तो विजय सुनिश्चित होती है. लेकिन, सब काम ना करें तो हार भी सुनिश्चित ही होती है. आशा करता हूं मेरी इस सलाह को मोदी जी और अमित जी थोड़ा तवज्जो दें.

बता दें कि बीजेपी के नेतृत्व में ही इस साल जनवरी में अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन किया गया था. बीजेपी को उम्मीद थी कि अयोध्या के लोग उन्हें राम मंदिर की वजह से लोकसभा चुनाव में विजयी बनाएंगे. लेकिन जब 4 जून को लोकसभा चुनाव का रिजल्ट आया, तो समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अवधेश प्रसाद से भाजपा के लल्लू सिंह फैजाबाद लोकसभा सीट से हार गए.