डिंपल कपाड़िया ने महज 16 साल की उम्र में सुपरहिट फिल्म ‘बॉबी’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया था. फिल्म में उनके साथ ऋषि कपूर भी लीड रोल में थे. अब डिंपल कपाड़िया ने उस वक्त को याद करते हुए बताया कि उस वक्त वह कुष्ठ रोग ( लैप्रोसी) से पीड़ित थीं. डिंपल ने बताया कि उस समय उनकी सारी इच्छाएं जादू की तरह पूरी हो जाती थीं. उन्होंने बताया कि फिल्म बॉबी के लिए राजकपूर ने रिजेक्ट कर दिया था. बाद में उन्हें दोबारा राजकपूर ने कॉल किया और बॉबी में बतौर एक्ट्रेस साइन किया.
फैमिली फ्रैंड ने की थी भद्दी बात
फिक्की फ्लो जयपुर चैप्टर से बात करते हुए, डिंपल ने बताया कि उनके पिता चुन्नीभाई कपाड़िया फिल्म इंडस्ट्री में कई प्रभावशाली लोगों को जानते थे. इनमें से एक फेमस डायरेक्टर, जो कि उनके फैमिली फ्रेंड की तरह थे उन्होंने डिंपल के बारे में बहुत ही गंदी बात कही थी. डिंपल ने बताया कि मैं उस समय कुष्ठ रोग से पीड़ित थी. मैं लगभग 12 साल की थी और यह मेरी कोहनी पर था. एक दिन एक फैमिली फ्रेंड ने मुझसे बोला-‘मैं तुम्हें स्कूल से निकलते हुए देखूंगा.’ वह शब्द मैंने पहली बार सुना था. मुझे यह भी नहीं पता था कि इसका क्या मतलब है.
‘बॉबी’ का ऑडिशन
डिंपल ‘बॉबी’ के ऑडिशन के बारे में बताती हैं- ‘मुझे याद है कि मैं स्कूल में एक अखबार पढ़ रही थी. इसमें विज्ञापन था कि राज कपूर को ‘बॉबी’ के लिए एक लड़की की तलाश है. मैंने अपनी दोस्त से कहा ‘मैं बॉबी हूं’. मैं टेस्ट के लिए गई और रिजेक्ट हो गई, क्योंकि उन्होंने कहा, ‘तुम चिंटू से बहुत बड़ी दिखती हो.’ मुझे लगा कि ऐसे (रिजेक्ट) कैसे हो गई.’ डिंपल ने बताया कि इसके बाद राजकपूर ने उनको दोबारा से कॉल किया और सब बदल गया.