कंगना रनौत इस वक्त अपनी फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लेकर चर्चा में हैं, जो 6 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है. इस फिल्म में कंगना ने देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का किरदार निभाया है, लेकिन इस बीच उन्होंने एक ऐसा बयान दिया है जो सुर्खियों में है. कंगना ने कहा है कि इंदिरा गांधी का संघर्ष असली नहीं था, बल्कि मनगढ़ंत था. उन्होंने जो भी फैसले लिए वो अहंकार में आकर लिए.
इंदिरा नेपोटिजम वाले बैकग्राउंड से थीं
अपने एक इंटरव्यू में कंगना रनौत ने इंदिरा गांधी की खूबियों के बारे में भी बात की और ये भी बताया कि उन्हें इंदिरा गांधी की कौनसी बातें पसंद नहीं आईं. कंगना ने कहा, ‘एक बात जो मुझे उनके बारे में वास्तव में पसंद आई वह यह थी कि उनके पास विशेषाधिकार थे, बेशक वो नेपोटिजम वाले बैकग्राउंड से थीं. आखिरकार वह पीएम की बेटी थीं. उन्होंने अपने पिता के कार्यकाल के दौरान आधिकारिक पदों पर काम किया था.
मेरा मतलब है राजनीति में किसी को इससे अधिक विशेषाधिकार क्या मिल सकता है? इसके बावजूद वह खुद को साबित करने पर डटी हुई थीं. उनका दृढ़ संकल्प था कि मुझे खुद को साबित करना है. यह तारीफ के काबिल था. उन्हें भले ही बहुत सारे विशेषाधिकार मिले हों, पर जब भी उनकी आलोचना हुई, उन्होंने खुद को साबित किया और वह पूरी तरह से विजेता बनकर उभरीं.’
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इमरजेंसी फिल्म की स्टार कास्ट
‘इमरजेंसी’ में जयप्रकाश नारायण के रोल में अनुपम खेर नजर आएंगे. अशोक छाबड़ा ने मोरारजी देसाई की भूमिका निभाई है. श्रेयस तलपड़े ने अटल बिहारी वाजपेयी का रोल निभाया है. महिमा चौधरी भी फिल्म का हिस्सा हैं और वह इंदिरा गांधी की करीबी सहयोगी पुपुल जयकर के किरदार में दिखेंगी. वहीं, दिवंगत एक्टर सतीश कौशिक ‘इमरजेंसी’ फिल्म में जगजीवन राव के किरदार में दिखेंगे.