बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर (Rishi Kapoor) अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन आज भी उनकी दमदार एक्टिंग और फिल्में हमारे जहन में जिंदा हैं. हाल ही में दिवंगत अभिनेता ऋषि कपूर की बेटी रिद्धिमा कपूर साहनी और दामाद भरत साहनी ने एक इंटरव्यू में उनके सबसे मुश्किल समय के बारे में बात की.
गैलाटा प्लस से बात करते हुए रिद्धिमा और भरत ने ऋषि कपूर के आखिरी दिनों को याद किया. रिद्धिमा के पति भरत ने बताया कि अपने आखिरी दिनों में भी ऋषि कपूर सिर्फ कैमरे का सामना करना और फिल्में बनाना चाहते थे. यहां तक कि जब वे न्यूयॉर्क के अस्पताल में थे, तब भी वे केवल अपनी फिल्मों के बारे में ही सोचते थे. वह अक्सर सवाल करते थे कि क्या वह दोबारा काम कर पाएंगे या नहीं. लोग उन्हें अपनी फिल्मों में लेंगे या नहीं. उन्हें इस बात की भी चिंता थी कि जो फिल्में उन्होंने शुरू की थीं उन्हें पूरा कर पाएंगे या नहीं.
रिद्धिमा साहनी ने बताया कि जब उनके पिता का निधन हुआ, तो वह उस वक्त दिल्ली में थीं और इस वजह से वह उनके अंतिम पलों में उनके साथ नहीं रह सकीं. लॉकडाउन के कारण उन्हें ट्रेवल करने के लिए भी स्पेशल परमिशन लेना पड़ा था. इस वजह से वह पिता की मृत्यु के बाद उनके अंतिम संस्कार में पहुंची थीं.
बातचीत में दौरान रिद्धिमा ने बताया कि उनके पिता ने निधन से दो दिन पहले उन्हें कॉल किया था, लेकिन वह उनका फोन नहीं उठा सकीं. उन्होंने कहा- पापा ने मुझे एक मिस्ड कॉल दी, वह अभी भी मेरे फोन पर है. वह उसका मेरे पास आखिरी मिस्ड कॉल था और मैंने सोचा… काश मैंने वह कॉल ले ली होती. उसके बाद वह कोई प्रतिक्रिया या बात नहीं कर सके, क्योंकि वह अस्पताल में थे और मेरे पास अभी भी वह मिस्ड कॉल सेव है. मैंने एक स्क्रीनशॉट लिया और उसे सहेज लिया, क्योंकि वह आखिरी बार था जब उन्होंने मुझे बात करने के लिए बुलाया था.