बॉलीवुड के वर्शेटाइल एक्टर श्रेयस तलपड़े के लिए साल 2023 काफी बुरा रहा था, उन्हें पिछले साल हार्ट अटैक आया था. जिसके बाद डाक्टरों को उनकी एंजियोप्लास्टी करनी पड़ी थी. फिलहाल अब अभिनेता बिल्कुल ठीक हैं. अब अपने एक इंटरव्यू में श्रेयस ने कोविड वैक्सीन पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनके हार्ट अटैक की वजह कोरोना वैक्सीन हो सकती है.
अपने एक इंटरव्यू में अभिनेता ने बताया कि वह अपनी सेहत का ख्याल रखते थे और इसके बावजूद उन्हें दिल का दौरा पड़ा. श्रेयस ने कहा कि वह इस बात को नकार नहीं सकते कि वैक्सीन लेने के बाद लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. श्रेयस ने कहा, ‘मैं सिगरेट नहीं पीता, मैं रेगुलर ड्रिंक करने वालों में से भी नहीं हूं, मैं शायद महीने में एक या दो बार पीता हूं. तंबाकू नहीं खाता.’
उन्होंने कहा- ‘हां मेरा कोलेस्ट्रॉल थोड़ा बढ़ा हुआ था, लेकिन मुझे बताया गया था कि आज के दौर में वो बिल्कुल नॉर्मल है. मैं इसके लिए दवा ले रहा था और ये काफी हद तक कम हो गया था. मुझे कोई डायबिटीज नहीं, कोई ब्लड प्रेशर की समस्या नहीं, तो फिर मुझे दिल का दौरा पड़ने का कारण क्या हो सकता है?.’
उन्होंने कहा कि सेहत को लेकर सतर्क रहने के बावजूद अगर ऐसा होता है, तो कोई और वजह होगी. श्रेयस ने आगे कहा, ‘मैं इस सिद्धांत को नकार नहीं सकता कि कोविड-19 के बाद ही मुझे कुछ थकान महसूस होने लगी. इस बात में कुछ ना कुछ जरूर है और हम बात को नकार नहीं सकते. हो सकता है इसकी वजह ये कोविड वैक्सीन हो, क्योंकि हम वास्तव में नहीं जानते कि हमने अपने शरीर के अंदर क्या लिया है.’
श्रेयस ने कहा कि ‘वह जानना चाहते हैं कि वैक्सीन ने हमारे साथ क्या किया है. उन्होंने ये भी कहा कि उन्हें यकीन नहीं है कि ये कोविड-19 है या वैक्सीन, क्योंकि उनके पास कोई सबूत नहीं है, इसलिए कोई भी बयान देना बेकार है.
बता दें कि कोविड वैक्सीन के रेयर ऑफ रेयरेस्ट साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं. ये बात खुद इस वैक्सीन को बनाने वाली एस्ट्राजेनेका ने यूके हाईकोर्ट में मानी है. एस्ट्राजेनेका द्वारा दुष्प्रभावों की बात स्वीकार करने के बाद से लोगों में वैक्सीन को लेकर डर देखा जा रहा है. हालांकि, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि वैक्सीन के साइड-इफेक्ट्स काफी दुर्लभ हैं. टीके के दुष्प्रभाव इसे प्राप्त करने के कुछ ही दिनों में देखे जाते हैं. देश के अधिकतर लोगों को वैक्सीन ले चुके दो साल से अधिक का समय बीत चुका है, दवाओं-टीकों के दुष्प्रभाव तुरंत ही होता है, इतना समय बीत जाने के बाद लोगों को डरने की जरूरत नहीं है.