बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की उनके विरोधी “पलटू कुमार” भी कहते हैं और इसका कारण यह है की उन्होंने पिछले एक दशक में कई बार अपने राजनैतिक फायदे के लिए पाला बदला है। कभी वो और उनकी जनता दाल यूनाइटेड भारतीय जनता पार्टी के अगुवाई वाली राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए, NDA) के बेहद मजबूत स्तम्भ माने जाते थे लेकिन फिर उन्होंने अपने धुर प्रतिद्वंदी और कट्टर विरोधी लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) से हाथ मिला लिया।
ऐसा एक बार नहीं बल्कि कई बार हुआ जब नितीश ने एक खेमा छोड़ दुसरे में पनाह ली और आखिरी बार उन्होंने यह कदम 9 अगस्त 2022 को उठाया जब उन्होंने एनडीए ने नाता तोड़ एक बार फिर लालू की राष्ट्रीय जनता दाल से जा मिले।
नितीश की इन राजनैतिक कलाबाजियों का ये असर हुआ की उन्हें “पलटू कुमार” की उपाधि दे दी गयी। अब ऐसा लगता है की बिहार के मुख्यमंत्री एकबार फिर से अपनी चाल चलने वाले हैं और वापस भारतीय जनता पार्टी के साथ जाने की तैयारी कर रहे हैं।
ऐसा मानना है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की केंद्रीय सर्कार में मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ़ इंडिया के चीफ रामदास अठावले का। उन्होंने रविवार (जुलाई 30) को कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार किसी भी समय “हमारे (एनडीए) पास वापस आ सकते हैं।
समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए गए इंटरव्यू में केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री अठावले ने कहा कि नीतीश कुमार पहले भी एनडीए का हिस्सा थे और बहुत जल्द वो कांग्रेस के बनाये हुए INDIA गठबंधन में ज्यादा दिन नहीं रह पाएंगे। अठावले के अनुसार बिहार विधानसभा 2020 के चुनाव में बीजेपी को जदयू से ज्यादा सीटें मिली थी फिर भी नितीश को भी राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया था।
इंडिया गठबंधन पर कटाक्ष
विपक्ष के INDIA गठबंधन पर कटाक्ष करते हुए अठावले ने आरोप लगाया कि इसके नेताओं के पास देश की प्रगति की कोई योजना नहीं है और इसका एकमात्र एजेंडा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सत्ता से हटाना है। अठावले ने कहा, नीतीश कुमार को विपक्ष के इंडिया गठबंधन के नाम पर आपत्ति थी और समूह के भीतर इस बात पर भी मतभेद हैं कि इसका संयोजक और प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा।
अठावले ने कहा, ”मैं कल पटना में था और मुझसे नीतीश कुमार की कथित नाराजगी के बारे में पूछा गया, जो विपक्षी गठबंधन की बेंगलुरु बैठक से जल्दी चले गए थे। मैंने कहा कि अगर वह (नीतीश कुमार) खुश नहीं हैं, तो उन्हें (भारत गठबंधन की अगली बैठक के लिए) मुंबई नहीं जाना चाहिए। वह पहले एनडीए के साथ थे और कभी भी हमारे पास वापस आ सकते हैं।”
भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन, जिसे इसके संक्षिप्त नाम ‘INDIA’ से जाना जाता है, 2024 लोकसभा चुनाव (Lok Sabha ELections) लड़ने के लिए 26 दलों के नेताओं द्वारा घोषित एक विपक्षी मोर्चा है। हालांकि, अठावले ने कहा कि ‘इंडिया’ का मतलब ‘इंट्रोडक्शन नेगेटिव डेट आइडिया अलायंस’ है। उन्होंने कहा, “इसका एजेंडा ‘मोदी हटाओ’ है, जबकि हमारा एजेंडा देश का विकास है।”