राहुल गाँधी (Rahul Gandhi) लोकसभा चुनाव 2024 में फिर से उत्तर प्रदेश के अमेठी सीट से लड़ेंगे। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त अध्यक्ष अजय राय ने शुक्रवार (18 अगस्त) को कहा कि केरल के वायनाड से लोकसभा सांसद राहुल अगले साल होने वाले आम चुनाव में फिर से उत्तर प्रदेश का रुख करेंगे और अपनी पारम्परिक सीट अमेठी, जहाँ से वो 2019 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कि स्मृति ईरानी से हार गए थे, अपनी किस्मत फिर से आजमाएंगे।
“बिलकुल राहुल गाँधी (Rahul Gandhi) अमेठी से लड़ेंगे। अमेठी के लोग यहां आये हैं,” अजय राय ने एक सवाल के जवाब में कहा। “अब स्मृति ईरानी खुद ही घबरा गयीं। 13 रुपये किलो चीनी दिला रही थी। पूछिए दिलवा पाई। उन्होंने कहा था की 13 रुपये किलो चीनी मिलेगा, आप कमल का बटन दबाइये। वो 13 रुपये किलो का चीनी कहाँ गया,” उन्होंने जवाब दिया जब यह पूछा गया की स्मृति ईरानी ने बोला कि राहुल अब अमेठी कभी नहीं आएंगे।
स्मृति ईरानी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में कभी कांग्रेस का गढ़ रहे अमेठी में राहुल गांधी(Rahul Gandhi) को लगभग 55,000 वोटों के अंतर से हरा कर बड़ा उलटफेर किया था। राहुल ने 2019 आम चुनाव में वायनाड लोकसभा सीट से भी चुनाव लड़ा था और वहां से जीत कर संसद पहुंचे थे।
अमेठी लोकसभा क्षेत्र कभी गांधी परिवार का गढ़ था, जहां से राहुल गांधी (Rahul Gandhi) 2004 से चुनाव लड़ रहे हैं, जब उनकी मां सोनिया गांधी ने उनके लिए सीट खाली कर दी थी। सोनिया गाँधी अभी अमेठी के बगल वाली सीट रायबरेली से लोकसभा सांसद हैं।
अजय राय ने यह भी संकेत दिया कि अगर प्रियंका गांधी वाड्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी सीट से 2024 में चुनाव लड़ने का फैसला करती हैं, तो कांग्रेस पार्टी का हर कार्यकर्ता उनकी जीत सुनिश्चित करने के लिए काम करेगा। अजय राय की टिप्पणी प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा द्वारा गांधी परिवार के चुनावी राजनीति में प्रवेश की संभावना के संकेत देने के कुछ दिनों बाद आई है।
“उन्हें (प्रियंका को) निश्चित रूप से लोकसभा में होना चाहिए। उनके पास इसके लिए सभी योग्यताएं हैं। वह संसद में बहुत अच्छी होंगी और वह वहां रहने की हकदार हैं। मुझे उम्मीद है कि कांग्रेस पार्टी उन्हें स्वीकार करेगी और उनके लिए बेहतर योजना बनाएगी,” रॉबर्ट वाड्रा ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा था।
2019 के लोकसभा चुनाव में भी ऐसी अटकलें थीं कि प्रियंका गांधी पीएम मोदी को चुनौती देते हुए वाराणसी से चुनाव लड़ सकती हैं, लेकिन आखिरी वक्त पर कांग्रेस ने इस सीट से अजय राय को मैदान में उतार दिया। 2014 के लोकसभा चुनाव में भी अजय राय ने वाराणसी से चुनाव लड़ा था और नरेंद्र मोदी से हार गए थे।
राय ने यह भी आश्वासन दिया की उनके नेतृत्व में कांग्रेस उत्तर प्रदेश में फिर से एक प्रमुख राजनैतिक दल बनेगी और “न सिर्फ 2024 बल्कि हर चुनाव में आपने परचम लहरायेगी”।