उत्तर प्रदेश के माफिया सरगना और नेता मुख्तार अंसारी की गुरुवार को बांदा में मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक, बांदा जेल में मुख्तार को हार्ट अटैक आया था, जिसके बाद उसे बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया था. अस्पताल की तरफ से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि मुख्तार अंसारी को बेहोशी की हालत में अस्पताल लाया गया था. जहां उसे 9 डॉक्टरों की टीम के द्वारा चिकित्सा उपलब्ध करवायी गई, लेकिन इलाज के दौरान मुख्तार अंसारी की मौत हो गई.
मुख्तार की मौत के बाद, अब देश के दिग्गज नेताओं ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने प्रतिक्रिया देते हुए एक्स पर लिखा कि मुख्तार अंसारी की जेल में हुई मौत को लेकर उनके परिवार द्वारा जो आशंकाए और गंभीर आरोप लगाए गए हैं. उनकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए, ताकि उनकी मौत से जुड़े सही तथ्य सामने आ सके. ऐसे में उनके परिवार का दुखी होना स्वाभाविक है. कुदरत उन्हें इस दुख को सहने की शक्ति दें.
मुख़्तार अंसारी की जेल में हुई मौत को लेकर उनके परिवार द्वारा जो लगातार आशंकायें व गंभीर आरोप लगाए गए हैं उनकी उच्च-स्तरीय जाँच जरूरी, ताकि उनकी मौत के सही तथ्य सामने आ सकें। ऐसे में उनके परिवार का दुःखी होना स्वाभाविक। कुदरत उन्हें इस दुःख को सहन करने की शक्ति दे।
— Mayawati (@Mayawati) March 29, 2024
समाजवादी पार्टी (सपा) ने अंसारी के निधन को दुखद बताया है. बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी अंसारी के निधन पर दुख जताया है.
इन्ना लिल्लाही वा इन्ना इलैही राजिऊन। अल्लाह से दुआ है के वो मुख़्तार अंसारी को मग़फ़िरत फ़रमाए, उनके ख़ानदान और उनके चाहने वालों को सब्र-ए-जमील अदा करें। @AfzalAnsariMP @yusufpore ग़ाज़ीपुर की अवाम ने अपने चहीते बेटे और भाई को को खो दिया। मुख़्तार साहब ने प्रशासन पर गंभीर आरोप… pic.twitter.com/zMbA0txKDK
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) March 28, 2024
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी ने मुख्तार अंसारी के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि, गाजीपुर के लोगों ने अपना पसंदीदा बेटा और भाई खो दिया है. मुख्तार ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया था कि, उन्हें जहर दिया गया. इसके बावजूद सरकार ने उनके इलाज पर कोई ध्यान नहीं दिया. ये निंदनीय एवं अफसोसजनक है.
बता दें कि कुछ दिन पहले मुख्तार ने कोर्ट में अर्जी दाखिल कर खुद को जेल में स्लो पॉइजन दिए जाने की बात की थी. वहीं मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी ने भी मुख्तार को खाने में जहर दिए जाने का आरोप लगाया है.
बता दें कि मुख्तार अंसारी लंबे समय से जेल में बंद था. उसके खिलाफ दर्जनों मुकदमे चल रहे थे. 2005 से जेल में सजा काट रहे मुख्तार पांच बार के विधायक भी रहे थे. साल 1996, 2002, 2007, 2012 और 2017 में हुए विधानसभा चुनावों में मुख्तार अंसारी को जीत मिली. तीन विधानसभा चुनावों में मुख्तार अंसारी ने जेल में रहकर ही जीत हासिल की थी. भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी रिश्ते में मुख्तार अंसारी के चाचा लगते हैं.