टीम इंडिया के गब्बर यानी शिखर धवन ने शनिवार सुबह सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जिसमें उन्होंने अपने फैंस को बताया कि वह इंटरनेशनल और घरेलू क्रिकेट से संन्यास ले रहे हैं. 38 साल के शिखर धवन ने अपने इस वीडियो में फैंस का शुक्रिया कहते हुए बताया कि वह अब अपनी लाइफ की नई पारी की शुरुआत करेंगे. संन्यास के बाद धवन से जुड़ी कई खबरें सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि धवन का नाम गब्बर कैसे पड़ा? तो चलिए हम आपको बताते हैं ये दिलचस्प कहानी.
विजय दहिया ने रखा था ‘गब्बर’ नाम
दरअसल, 42 नंबर की जर्सी पहनकर खेलने वाले धवन, बल्लेबाजों को स्लेज करने के लिए अक्सर शोले के डायलॉग बोला करते थे. मैच के दौरान वह शोले के गब्बर अमजद खान के डायलॉग ज्यादा बोलते थे. ऐसे में रणजी टीम के कोच विजय दहिया ने उनका नाम गब्बर रख दिया. इंटरनेशनल क्रिकेट में भी उन्हें गब्बर नाम से ही जाना गया. इसके अलावा, धवन को शिकी भाई, मिस्टर आईसीसी, जट जी भी कहा जाता है.
As I close this chapter of my cricketing journey, I carry with me countless memories and gratitude. Thank you for the love and support! Jai Hind! 🇮🇳 pic.twitter.com/QKxRH55Lgx
— Shikhar Dhawan (@SDhawan25) August 24, 2024
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे डेब्यू
बता दें कि साल 2010 में भारत की तरफ से शिखर धवन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे से इंटरनेशनल डेब्यू किया. साल 2011 में टी20, जबकि 2013 में टेस्ट क्रिकेट मे डेब्यू किया. धवन के करियर में सबसे अच्छा साल 2013 रहा. इस साल उन्होंने 26 वनडे मैचों में 1162 रन बनाए और अपनी ताबड़तोड़ बैटिंग की बदौलत धवन ने चैंपियंस ट्रॉफी में 5 मैच में 363 ठोके थे. भारत इस साल तीसरी बार आईसीसी इवेंट का चैंपियन बना था. इसके बाद धवन को टीम में लगातार मौके मिलते रहे.
क्रिकेट का सफर
धवन ने भारत की तरफ से 167 वनडे, 68 टी20 और 34 टेस्ट मैच खेले हैं. टेस्ट में 7 शतक के साथ उनके नाम 2315 हैं, जबकि वनडे में 17 शतकीय पारी की बदौलत 6782 रन बनाए. टी20 में धवन ने 11 हाफ सेंचुरी जड़ते हुए 1759 रन बनाए हैं. धवन ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच 10 दिसंबर 2022 को बांग्लादेश के खिलाफ खेला था. इसके बाद से उन्हें टीम इंडिया में जगह नहीं मिली.