भारत ने वेस्टइंडीज को डॉमिनिका की राजधानी रोसो के विंडसर पार्क क्रिकेट स्टेडियम में पहले टेस्ट में एक पारी और 141 रन से हरा कर दो मैचों की सीरीज में बढ़त बना ली है| शुक्रवार (जुलाई 14) को मैच के तीसरे ही दिन रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने वेस्टइंडीज तो पटखनी दे दी| आपने पहला टेस्ट खेल रहे यशस्वी जायसवाल और अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने वेस्टइंडीज के गेंदबाज़ों और बल्लेबाज़ों को चलने ही नहीं दिया।
तीसरे दिन दोपहर के सत्र के मध्य में भारत ने अपनी पहली पारी पांच विकेट पर 421 रन पर घोषित कर दी| हालाँकि कैरेबियाई बल्लेबाजों ने जिस तरह पहली पारी में कमजोर खेल दिखाया था और सिर्फ 150 रन बनाये थे, उससे बहुत ज्यादा उम्मीद तो नहीं जगी थी| दूसरी पारी में वेस्टइंडीज के बल्लेबाज़ एकदिवसीय मैच के तरह सिर्फ 50 ओवर ही खेल पाए और मात्र 130 रन पर ढेर हो गए, और भारत ने एक बड़ी जीत दर्ज़ कर ली|
अश्विन ने पहली पारी में 21.3 ओवर में 71 रन देकर सात विकेट लेकर अपना 33वां पांच विकेट लिया, जो विदेशों में टेस्ट में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। यशस्वी जायसवाल भारतीय जीत के नायक रहे और प्लेयर ऑफ़ थे मैच भी बने| आपने डेब्यू टेस्ट खेलते हुए जायसवाल ने पहले ही दिन सैकड़ा मार दिया था और पहली पारी में शानदार 171 रन बनाये|
वेस्ट इंडीज को भारत को दुबारा बल्लेबाज़ी पर मज़बूर करने के लिए 271 रन बनाने थे लेकिन उसके बल्लेबाज़ ने पवेलियन वापस जाने की होड़ लगा दी| धीमी और घूमती पिच होने के कारण, रोहित शर्मा ने पांचवें ओवर से स्पिन आक्रमण लगा दिया।
चाय के समय वेस्टइंडीज का स्कोर 19 ओवर में 2 विकेट पर 27 रन था, जिसमें अश्विन और रविंद्र जडेजा ने क्रमश: क्रैग ब्रैथवेट (7) और टैगेनारिन चंद्रपॉल (7) को आउट किया। जडेजा ने चंद्रपॉल को पगबाधा आउट किया| ब्रैथवेट ने अश्विन की गेंद को पहली स्लिप में अजिंक्य रहाणे के सुरक्षित हाथों का राष्ट्र दिखा दिया।
वेस्टइंडीज के नवोदित एलिक अथानाज़ (44 में से 28) ने थोड़ा मुकाबला किया और मोहम्मद सिराज एवं अश्विन को आत्मविश्वास के साथ खेला। किन्तु दुसरे छोर से लगातार गिरते विकेट को देख कर उनका भी धैर्य जवाब देने लगा और 37वें ओवर में अश्विन की गेंद पर शॉर्ट लेग पर जयसवाल के हाथों लपके गए।
यशस्वी जायसवाल की शानदार बल्लेबाज़ी
भारत ने लंच के एक घंटे बाद पारी घोषित कर दी थी। मेहमान टीम ने अपनी पहली पारी में 152.2 ओवर तक बल्लेबाजी की और 2.76 की रन रेट से रन बनाकर 271 रन की विशाल बढ़त हासिल की। लंच के बाद आउट होने वाले विराट कोहली भारत के एकमात्र बल्लेबाज थे।
ब्रेक के बाद पहले ओवर में आउट होने के बाद कोहली ज्यादा देर तक टिक नहीं सके और ऑफ स्पिनर रहकीम कॉर्नवाल के बिछाए जाल में फंस गए। कोहली ने कॉर्नवाल की गेंद स्पिन और उछाल लेती हुई गेंद को सीधे लेग स्लिप क्षेत्ररक्षक को फ्लिक कर दिया।
तीसरे दिन की सुबह जब मैच शुरू हुआ तब जयसवाल डेब्यू पर 150 रन बनाने वाले केवल तीसरे भारतीय बने| कोहली को आपने अर्धशतक के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी और भारत लंच के समय चार विकेट पर 400 रन पर पहुंच गया। दिन की शुरुआत दो विकेट पर 312 रन से करते हुए भारत ने सुबह के सत्र में 29 ओवर में जयसवाल (171) और अजिंक्य रहाणे (3) के नुकसान पर 88 रन बनाए।
भारतीय बल्लेबाजों को धीमी पिच पर काफी टर्न और भारी आउटफील्ड की वजह से रन बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी। एक चौका लगाने के बाद कोहली का जश्न मनाना इसका सबूत भी था|
बाएं हाथ के स्पिनर जोमेल वारिकन ने होल्डर के साथ गेंदबाजी की शुरुआत की और तुरंत कोहली के लिए मुश्किलें पैदा कर दीं। भारत के पूर्व कप्तान को तब जीवनदान मिला जब वेस्टइंडीज के कप्तान ब्रैथवेट ने 40 रन पर उनका कैच छोड़ दिया। कोहली वारिकन की गेंद पर ड्राइव करने गए और ब्रैथवेट ने कवर पर एक आसान मौका गंवा दिया।
दूसरे छोर पर, जयसवाल ने वारिकन की गेंद को सीधे छक्के के लिए भेज दिया। वह शिखर धवन (187) और रोहित शर्मा (177) की बराबरी करते हुए, डेब्यू मैच में एक रन के साथ 150 रन तक पहुंचने वाले तीसरे भारतीय बन गए।
जयसवाल के लिए दोहरे शतक की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका क्योंकि उन्होंने अल्ज़ारी जोसेफ की बाहर जाती गेंद की छू दिया और विकेटकीपर जोशुआ डा सिल्वा ने आसान सा कैच लपक लिया। इसके तुरंत बाद, अजिंक्य रहाणे ने केमर रोच की गेंद पर धीमी पिच पर ड्राइव करने का प्रयास किया और कवर पर एक आसान कैच दे बैठे।
दूसरा और आखिरी टेस्ट पोर्ट ऑफ़ स्पेन, त्रिनिदाद, में जुलाई 20 से शुरू होगा| इंडिया 2002 के बाद से वेस्टइंडीज में कोई भी टेस्ट नहीं हरा है और पहले मैच के आधार पर यह आसानी से कहा जा सकता है की वेस्टइंडीज की टीम मेहमानों को टक्कर देने की स्थिति में नहीं लगती|