जब भारतीय क्रिकेट टीम पाकिस्तान के खिलाफ अपने एशिया कप 2023 के पहले मुक़ाबले में उतारेगी तो सभी की नज़रें आक्रामक बल्लेबाज़ विराट कोहली (Virat Kohli) पर होंगी। भारत-पकिस्तान क्रिकेट मैच का रुख किस और मुड़ेगा यह बहुत हद्द तक कोहली के बल्ले पर निर्भर करता है और पाकिस्तान ने इसका खामियाज़ा कई बार भुगता है। भारतीय बल्लेबाज़ों और पाकिस्तानी तेज़ गेंदबाज़ों में जिसका पलड़ा भारी होगा उसकी टीम के मैच जीतने के आसार बहुत बढ़ जायेंगे।
विराट कोहली (Virat Kohli) भी इस बात को मानते हैं और कैंडी (श्रीलंका) के पालेकेले अंतराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में 2 सितम्बर को पाकिस्तान के साथ होने वाले एशिया कप 2023 मैच से पहले आपने टीममेट्स को पाकिस्तानी तेज़ आक्रमण के खिलाफ सावधान किया है। उन्होंने माना की पाकिस्तान टीम में ऐसे गेंदबाज़ों के कमी नहीं जो किसी भी क्षण मैच का रुख बदल सकते हैं और उनका सफलतापूर्वक सामना करने के लिए बल्लेबाज़ों को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।
“जब भी आप पाकिस्तान से खेलते हैं तो यह रोमांचक और चुनौती भरा होता है क्योंकि उनकी टीम में बहुत प्रतिभा है। वे कुल मिलाकर एक गुणवत्ता वाली टीम हैं, लेकिन मुझे लगता है कि गेंदबाजी उनकी ताकत है और उनके पास कुछ प्रभावशाली गेंदबाज हैं जो अपने कौशल से कभी भी मैच की दिशा बदल सकते हैं। उनका सामना करने के लिए आपको अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा,” विराट कोहली (Virat Kohli) ने स्टार स्पोर्ट्स, जो एशिया कप 2023 का भारतीय महाद्वीप में आधिकारिक प्रसारणकर्ता है, से बातचीत में कहा।
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— Star Sports (@StarSportsIndia) August 31, 2023
कोहली ने वनडे क्रिकेट में अपने प्रदर्शन पर भी अपनी राय दी। उनके अनुसार एकदिवसीय क्रिकेट, जो एशिया कप और उसके बाद अक्टूबर-नवंबर में भारत में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप के कारण सभी अंतराष्ट्रीय क्रिकेटरों के एक बेहद महत्वपूर्ण है, एक खिलाडी की पूर्ण रूप से परीक्षा लेता है।
“मैंने हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन एकदिवसीय क्रिकेट में किया है क्योंकि मैं उस चुनौती को स्वीकार करना और अपनी टीम को जीत दिलाने के लिए स्थिति के अनुसार खेलना पसंद करता हूं। और मैंने हमेशा ऐसा करने की कोशिश की है। मेरे लिए, एकदिवसीय क्रिकेट शायद एक ऐसा प्रारूप है जो आपके खेल, आपकी तकनीक, आपके संयम, धैर्य, स्थिति को समझने और खेल के विभिन्न चरणों में अलग-अलग तरीके से खेलने का परीक्षण करता है। मुझे लगता है कि यह एक बल्लेबाज के रूप में आपकी पूरी परीक्षा लेता है,” विराट कोहली (Virat Kohli) ने कहा।
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“मैंने हमेशा ये कोशिश की है मैं बेहतर कैसे हो सकता हूँ। हर दिन, हर अभ्यास सत्र मई, हर साल, हर मौसम। मुझे नहीं लगता कि उस मानसिकता के बिना आप लगातार प्रदर्शन कर सकते हैं क्योंकि अगर आपका प्रदर्शन ही सिर्फ लक्ष्य है तो एक समय के बाद आप संतुष्ट हो कर मेहनत करनी बंद कर सकते हैं। मेरे को पता नहीं कि उत्कृष्टता की परिभाषा क्या है। उसकी कोई सीमा नहीं है, उसकी कोई एक निर्धारित उपलब्धि नहीं है कि आप यहां पहुंच जाएंगे तो आप उत्कृष्टता हासिल कर लेंगे। मुझे लगता है कि बेहतरी की तरफ मैं जाने की कोशिश करता हूं। प्रदर्शन स्पष्ट रूप से एक उपोत्पाद बन जाता है क्योंकि आपकी मानसिकता है कि मैं यहां से टीम को कैसे जीत सकता हूं, ये मुझे बेहतर खिलाड़ी बनाएगा, क्या ये टीम को बेहतर स्थिति में डालेगी अगर मैं बेहतर प्रदर्शन करूंगा। मेरी हमेशा से यही मानसिकता है,” विराट कोहली (Virat Kohli) ने आगे बोला।