सूर्या को मौके सैमसन की नो एंट्री, Rahul Dravid के बयान से उठे गंभीर सवाल

सूर्या को मौके सैमसन की नो एंट्री, Rahul Dravid के बयान से उठे गंभीर सवाल

Rahul Dravid: भारतीय क्रिकेट टीम एशिया कप 2023 जीतने के बाद ऑस्ट्रेलिया के साथ 3 वनडे मैचों की सीरीज खेलने के लिए तैयार है. 22 सितंबर को मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के साथ पहला वनडे मैच खेला जाना है जिसमें टीम इंडिया रोहित शर्मा, विराट कोहली, हार्दिक पांड्या और कुलदीप यादव जैसे दिग्गजों के बिना उतरेगी. मैच से पहले हेड कोच राहुल द्रविड़ ने प्रेस कांफ्रेंस की जिसमें सूर्यकुमार यादव पर अहम बात कही.

सूर्या पर क्या बोले राहुल द्रविड़?

मोहाली वनडे से पहले हेड कोच राहुल द्रविड़ ने प्रेस कांफ्रेंस किया जिसमें टीम से जुड़े अन्य सवालों के साथ मध्यक्रम के बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव पर भी अपनी राय रखी. राहुल द्रविड़ ने कहा, सूर्यकुमार यादव को टीम के किसी दूसरे खिलाड़ी की वजह से असुरक्षित महसूस करने की जरुरत नहीं है. हमें उनकी प्रतिभा पर पूरा भरोसा है और विश्व कप में उनकी जगह को कोई खतरा नहीं है. ऑस्ट्रेलिया सीरीज के दौरान भी उन्हें पूरा मौका दिया जाएगा. हमें पूरा विश्वास है कि टी 20 की तरह ही वे वनडे में भी अपने प्रदर्शन को दुहराएंगे.

सिर्फ सूर्या पर भरोसा क्यों?

राहुल द्रविड़ का बयान स्पष्ट करता है कि उन्हें और टीम मैनेजमेंट को सूर्यकुमार यादव पर काफी भरोसा है. यही वजह है कि 27 वनडे खेलने के बावजूद 25 से कम औसत वाले सूर्या को वनडे फॉर्मेट में लगातार मौका दिया जा रहा है. एशिया कप के बाद उन्हें विश्व कप टीम में भी शामिल किया गया है. इसमें कोई शक नहीं कि इस खिलाड़ी के पास प्रतिभा है जिसका प्रदर्शन उन्होंने टी 20 में किया भी है लेकिन वनडे में वे निराशाजनक रहे हैं. इसके बावजूद उन्हें लगातार मौका दिया जाना टीम इंडिया और खुद राहुल द्रविड़ पर सवाल खड़ा करता है. क्योंकि भारत में कई बल्लेबाज हैं जिनमें प्रतिभा भरी है अगर उन्हें भी सूर्या जितना मौका मिले तो वे भी बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं.

संजू सैमसन के साथ भेदभाव

एकतरफ राहुल द्रविड़ कहते हैं कि हमें सूर्या की प्रतिभा पर भरोसा है इसलिए हम उन्हें लगातार मौका दे रहे हैं. तो फिर ये मौके संजू सैमसन को क्यों नहीं दिए जा रहे हैं. इस खिलाड़ी के पास भी अद्भुत प्रतिभा लेकिन खुद राहुल द्रविड़ ने अपनी कोचिंग में भी इस खिलाड़ी के लिए मौके नहीं बनाए और लगातार नजरअंदाज किया. टीम इंडिया और बीसीसीआई ने अपने कदमों से अब लगभग ये साबित कर दिया है कि वे सैमसन के साथ भेदभाव करते हैं. अगर ऐसा न होता तो 1 वनडे खेलने वाले तिलक वर्मा और 24 की औसत वाले सूर्या को वनडे में 55.71 की औसत रखने वाले सैमसन पर तरजीह नहीं मिलती. सैसमन को एशियन गेम्स के लिए भी नहीं चुना गया है.

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