बॉलीवुड की बेबाक एक्ट्रेस और बीजेपी सांसद कंगना रनौत इन दिनों अपनी फिल्म ‘इमरजेंसी’ की रिलीज को लेकर चर्चा में बनी हुई हैं. फिल्म में कुछ ऐसे सीन हैं जिसे लेकर सिख समुदाय ने आपत्ति जताई थी. इस वजह से फिल्म रिलीज नहीं हो पाई. अब एक्ट्रेस ने सेंसर बोर्ड से कहा है कि उन्हें इमरजेंसी की रिलीज की जिम्मेदारी लेनी चाहिए.
रिलीज में देरी से नुकसान
कंगना रनौत ने ‘द बॉम्बे जर्नी विद मैशेबल इंडिया’ के एक एपिसोड में फिल्म ‘इमरजेंसी’ पर इंडस्ट्री की चुप्पी पर निराशा जताई. उन्होंने कहा, ‘मैंने फिल्म बनाई, लेकिन मुझे फिल्म इंडस्ट्री से कोई स्पोर्ट नहीं मिला. मैंने दूसरे निर्माताओं के साथ मिलकर फिल्म प्रोड्यूस की है. रिलीज में देरी से सभी को नुकसान होगा. मुझे लगता है कि सेंसर बोर्ड को इस फिल्म को जल्द से जल्द रिलीज करने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए.’
इंदिरा गांधी के रोल में दिखेंगी कंगना
फिल्म में कंगना, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का किरदार निभाती दिखेंगी. खास बात यह है कि फिल्म को कंगना खुद डायरेक्ट भी किया है. फिल्म में अनुपम खेर, मिलिंद सोमन, महिमा चौधरी और श्रेयस तलपड़े सहित कई कलाकार शामिल हैं. श्रेयस तलपड़े ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भूमिका निभाई है, जबकि अनुपम खेर ने नेता जयप्रकाश नारायण की भूमिका निभाई है. दिवंगत सतीश कौशिक भी पूर्व उपप्रधानमंत्री जगजीवन राम के रूप में दिखाई देंगे.
सेंसर बोर्ड से नहीं मिली मंजूरी
बता दें कि कंगना की ये फिल्म 6 सितंबर को रिलीज होने वाली थी, लेकिन इस मूवी को सेंसर बोर्ड से हरी झंडी नहीं मिली. फिल्म के रिलीज को लेकर कई सिख संगठनों ने का विरोध किया था और दावा किया कि ये फिल्म उनके समुदाय को नकारात्मक रूप में पेश करती है.
कंगना रनौत ने ‘न्यूज18 इंडिया चौपाल कार्यक्रम’ में कहा, ‘यह हमारा इतिहास है जिसे जानबूझकर छिपाया गया है. हमें इसके बारे में नहीं बताया गया. अच्छे-भले लोगों का तो जमाना ही नहीं है. मेरी फिल्म रिलीज होने के लिए तैयार है. इसे सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट मिल गया है. 4 इतिहासकारों ने हमारी फिल्म देखी है.’