Akshay Kumar की फिल्म ‘मिशन रानीगंज’ का मोशन पोस्टर जारी, नाम भी गया बदल

Akshay Kumar Mission Raniganj

Akshay Kumar ने ‘India बनाम भारत’ को लेकर जारी बहस के बीच  अपने आने वाली फिल्म मिशन रानीगंज (Mission Raniganj) का नाम बदल दिया है. इस फिल्म के नाम में ‘इंडियन’ शब्द था, अब इसे बदलकर ‘भारत’ कर दिया गया है. Akshay Kumar ने अपनी फिल्म ‘द ग्रेट इंडियन रेस्क्यू’ (The Great Indian Rescue) का नाम बदलकर ‘मिशन रानीगंज: द ग्रेट भारत रेस्क्यू’ (The Great Bharat Rescue) कर दिया है.

इस फिल्म का पहला मोशन पोस्टर भी Akshay Kumar ने सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया है. टीजर में आप उन्हें माइनिंग इंजीनियर जसवंत सिंह गिल के अवतार में देख सकते हैं. ये फिल्म जसवंत और उनकी बहादुरी की कहानी पर आधारित है. साल 1989 में जसवंत ने जमीन से 350 फीट नीचे फंसे 65 माइनर्स को बचाया था.

ये घटना west Bengal रानीगंज में हुई थी, जिसे मिशन रानीगंज के नाम से भी जाना जाता है. पहले इस फिल्म का नाम ‘द ग्रेट इंडियन रेस्क्यू’ रखा गया था. लेकिन अब नए वीडियो के साथ Akshay Kumar ने फिल्म के नए नाम ‘मिशन रानीगंज: द ग्रेट भारत रेस्क्यू’ का ऐलान कर दिया है. फिल्म का पहला टीजर गुरुवार, आज यानी  7 सितंबर को रिलीज कर दिया गया है.

‘मिशन रानीगंज: ‘द ग्रेट भारत रेस्क्यू’ में अक्षय कुमार के साथ एक्ट्रेस परिणीति चोपड़ा भी नजर आएंगी. इससे पहले दोनों की जोड़ी को फिल्म ‘केसरी’ में देखा गया था. 2019 में आई इस फिल्म में अक्षय कुमार ने सिख क्रांतिकारी की भूमिका निभाई थी. अक्षय की नई फिल्म का निर्देशन टीनू सुरेश देसाई कर रहे हैं. इसे पूजा एंटरटेनमेंट के प्रोडक्शन बैनर तले बनाया जा रहा है.

Akshay Kumar

ये फिल्म 6 अक्टूबर को सिनेमाघरों में रिलीज होगी.  6 सितंबर को पहले फिल्म का पहले मोशन पोस्टर जारी किया गया और अब फिल्म से अक्षय कुमार का फर्स्ट लुक भी रिलीज कर दिया गया है. जिसके साथ फिल्म के टीजर रिलीज की जानकारी भी दी गई है.

ये फिल्म का मोशन पोस्टर अक्षय कुमार ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया है. अपने लुक को शेयर करते हुए अक्षय ने कैप्शन में लिखा – ‘हीरो सही काम करने के लिए मेडल की प्रतीक्षा नहीं करते..6 अक्टूबर को सिनेमाघरों में #मिशनरानीगंज के साथ देखें भारत के सच्चे नायक की कहानी..टीज़र कल आएगा…’ एक्टर की इस पोस्ट को देखकर उनके फैंस काफी ज्यादा बेताब हैं.

यह फिल्म एक खनन इंजीनियर जसवंत सिंह गिल की सच्ची कहानी पर आधारित है, जिन्होंने 1989 में पश्चिम बंगाल के रानीगंज में बाढ़ वाली कोयला खदान में फंसे 64 खनिकों की जान बचाई थी।