पेरिस ओलंपिक 2024 में विनेश फोगाट के डिसक्वालीफाई होने के बाद पूरा देश दुखी है. इस डिसक्वालिफिकेशन से विनेश फोगाट पूरी तरह टूट गईं और 8 अगस्त की सुबह उन्होंने कुश्ती से संन्यास की घोषणा कर दी. जिसके बाद पूरा देश स्तब्ध रह गया. विनेश फोगाट के फैसले पर लगातार प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. इसी बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने बड़ा ऐलान किया है.
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि भले ही विनेश फोगाट फाइनल नहीं खेल पाईं, लेकिन उन्हें ईनाम से लेकर वो सभी सुविधाएं दी जाएंगी, जो एक सिल्वर मेडलिस्ट को दी जाती है. सैनी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा- हरियाणा की हमारी बहादुर बेटी विनेश फौगाट ने ज़बरदस्त प्रदर्शन करके ओलंपिक में फाइनल में प्रवेश किया था. किन्हीं भी कारणों से वो भले ही ओलंपिक का फाइनल नहीं खेल पाई हो लेकिन हम सबके लिए वो एक चैंपियन है.
हरियाणा की हमारी बहादुर बेटी विनेश फौगाट ने ज़बरदस्त प्रदर्शन करके ओलंपिक में फाइनल में प्रवेश किया था। किन्हीं भी कारणों से वो भले ही ओलंपिक का फाइनल नहीं खेल पाई हो लेकिन हम सबके लिए वो एक चैंपियन है।
हमारी सरकार ने ये फैसला किया है कि विनेश फौगाट का स्वागत और अभिनंदन एक…
— Nayab Saini (@NayabSainiBJP) August 8, 2024
हमारी सरकार ने ये फैसला किया है कि विनेश फौगाट का स्वागत और अभिनंदन एक मेडलिस्ट की तरह ही किया जाएगा .हरियाणा सरकार ओलंपिक रजत पदक विजेता को जो सम्मान, ईनाम और सुविधाएँ देती है वे सभी विनेश फौगाट को भी कृतज्ञता पूर्वक दी जायेंगी . हमें आप पर गर्व है विनेश !
बता दें कि 29 वर्षीय महिला पहलवान विनेश फोगाट ने उस वक्त इतिहास रच दिया था, जब उन्होंने सेमीफाइनल मुकाबले में क्यूबा की पहलवान युस्नेलिस गुजमैन लोपेज को हराकर फाइनल राउंड के लिए जगह पक्की कर ली थी. वह ओलंपिक खेलों में ऐसा करने वाली देश की पहली महिला पहलवान बनी थीं. इस तरह उन्होंने कुश्ती की 50 किलोग्राम वर्ग की प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल भी पक्का कर लिया था. पूरे देश को उम्मीद थी कि वह देश के लिए गोल्ड लाएंगी, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो पाया. फिलहाल, पूरे देश के लिए विनेश एक विनर हैं और सभी भारतीयों को उनपर गर्व है.