Pakistan ISI के लिए काम करने वाला यूपी का शख्स गिरफ्तार, राफेल की तस्वीरें भेजीं थी

उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (यूपी-एसटीएफ) ने गुरुवार (17 अगस्त) को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई, Pakistan ISI) के लिए काम करने के आरोप में मेरठ से एक युवक को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान कलीम अहमद के रूप में हुई है। उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने कहा कि उसने अवैध हथियार भी एकत्र किए हैं और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (Pakistan ISI) के साथ भारत के खिलाफ आपराधिक साजिश में शामिल था।

एसटीएफ ने कहा कि देश में तनाव पैदा करने और सौहार्द बिगाड़ने के लिए हमला करने के इरादे से कलीम अहमद हथियार एकत्रित कर रहा था। एसटीएफ के अनुसार, कलीम अहमद देश में आंतरिक और बाहरी सुरक्षा स्थिति को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से सेना से जुड़ी तस्वीरें और जानकारी इकट्ठा करता था और इसे पाकिस्तान में आईएसआई (Pakistan ISI) के साथ साझा करता था। संदिग्ध ने भारतीय वायुसेना के राफेल जेट की तस्वीरें भी लीं और इसे पाकिस्तानी एजेंसी के साथ साझा किया।

आरोपी सारी जानकारी और तस्वीरें व्हाट्सएप के जरिए आपने पाकिस्तानी हैंडलर से शेयर करता था। एसटीएफ ने कहा कि वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी द्वारा मांगी गई जानकारी भी इकट्ठा करता था और उसे आगे भेजता था।

उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने कहा, “भारत में सुरक्षा से संबंधित स्थानों की तस्वीरें और व्हाट्सएप संदेश व्हाट्सएप के माध्यम से आईएसआई और पाकिस्तान में आतंकवादी संगठनों को भेजे गए थे। साजिश के तहत अवैध हथियार जुटाकर वे देश की एकता, अखंडता, संप्रभुता और सामाजिक सौहार्द को विघटित करने और भारत की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने के प्रयास में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे थे।”

कलीम को हिरासत में ले लिया गया है और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए पूछताछ चल रही है। उत्तर प्रदेश एसटीएफ यह पता लगा रही है कि क्या वह अकेले काम करता था या पाकिस्तान में एजेंसियों को जानकारी देने में शामिल एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा था।

मुखबिर द्वारा खबर मिलने के बाद उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने कलीम अहमद के घर पर छापेमारी की गयी। पूछताछ से पता चला कि रिश्तेदारों से मिलने के लिए पाकिस्तान यात्रा के दौरान, कलीम कि मुलाकात आईएसआई (Pakistan ISI) अधिकारियों से हुई थी। फिर इन अधिकारियों ने विस्फोटकों के निर्माण और भारत के भीतर हमलों को अंजाम देने के उद्देश्य से धन की पेशकश की।