चंद्रयान-3 मिशन बुधवार (23 अगस्त) शाम 6:04 बजे चंद्रमा की सतह पर उतरने वाला है। भारत का चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3 Live) का विक्रम लैंडर अपने अंदर प्रज्ञान रोवर के साथ जब चन्द्रमा कि सतह को छुएगा तो देश और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का नाम इतिहास में दर्ज़ हो जायेगा। भारत के 145 करोड़ से भी जायद लोग और दुनिया उस पल का इंतज़ार बेसब्री से कर रही है।
चंद्रयान-3 की गतिविधियां सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और टीवी चैनलों पर लाइवस्ट्रीम (Chandrayaan-3 Live) की जाएंगी क्योंकि भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला पहला देश बन जाएगा और संयुक्त राज्य अमेरिका, तत्कालीन सोवियत यूनियन और चीन के बाद चौथा जो पृथ्वी के प्राकृतिक उपग्रह पर आपने अंतरिक्ष यान सफलतापूर्वक उतारेगा।
यह मिशन पांच सप्ताह से कुछ अधिक समय पहले 14 जुलाई 2023 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया था। अंतरिक्ष यान का विक्रम लैंडर मॉड्यूल 17 अगस्त को प्रणोदन मॉड्यूल से सफलतापूर्वक अलग हो गया, और बाद में महत्वपूर्ण डीबूस्टिंग युद्धाभ्यास से गुजरकर थोड़ी निचली कक्षा में उतर गया।
चंद्रयान-3 मिशन के लैंडर का नाम महान वैज्ञानिक विक्रम साराभाई के नाम पर रखा गया है – जिन्हें भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का जनक माना जाता है।
Chandrayaan-3 Live: ऑनलाइन लाइव स्ट्रीमिंग, टेलीकास्ट कब देखें?
लैंडिंग ऑपरेशन का सीधा प्रसारण (Chandrayaan-3 Live) बुधवार शाम 5:20 बजे (IST) शुरू होगा। लैंडिंग की लाइव गतिविधियां (Chandrayaan-3 Live) 23 अगस्त को शाम 5:27 बजे (IST) से इसरो वेबसाइट, इसके यूट्यूब चैनल, फेसबुक और सार्वजनिक प्रसारक डीडी नेशनल टीवी पर उपलब्ध होंगी।
कहां देखें लाइव टेलीकास्ट?
Chandrayaan-3 Live: सीधा प्रसारण दूरदर्शन टीवी चैनल, इसरो वेबसाइट के साथ-साथ कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर देखा जा सकता है।
इसरो वेबसाइट लाइव टेलीकास्ट लिंक के लिए यहां क्लिक करें।
इसरो के आधिकारिक यूट्यूब चैनल के माध्यम से लाइव टेलीकास्ट लिंक के लिए यहां क्लिक करें।
उतरने से पहले, दर्शक LVM3-M4 पर लगे कैमरों द्वारा भेजे गए कई वीडियो क्लिप और फ़ोटो और लैंडर कैमरों द्वारा लिए गए स्नैपशॉट पर भी नज़र डाल सकते हैं। भारत के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 के घोषित उद्देश्य चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग, चंद्रमा की सतह पर रोवर का घूमना और यथास्थान वैज्ञानिक प्रयोग हैं।