Pragyan Rover के सामने चन्द्रमा पर विशाल गड्ढा, इसरो ने नए रास्ते पर भेजा
छह पहियों वाला, सौर ऊर्जा से संचालित Pragyan Rover अपेक्षाकृत अज्ञात क्षेत्र के चारों ओर घूमेगा और अपने दो सप्ताह के जीवनकाल में छवियां और वैज्ञानिक डेटा प्रसारित करेगा।
छह पहियों वाला, सौर ऊर्जा से संचालित Pragyan Rover अपेक्षाकृत अज्ञात क्षेत्र के चारों ओर घूमेगा और अपने दो सप्ताह के जीवनकाल में छवियां और वैज्ञानिक डेटा प्रसारित करेगा।
Pragyan Rover का वजन 27 किलोग्राम है और यह एक छोटे से सूटकेस के जितना बड़ा है। रोवर प्रति सेकंड 1 सेमी की गति से चन्द्रमा पर 500 मीटर की दूरी तय करेगा।
छह पहियों वाला, सौर ऊर्जा से चलने वाला प्रज्ञान रोवर अपने दो सप्ताह के जीवनकाल में moon की तस्वीरें, वीडियो और वैज्ञानिक डेटा प्रसारित करेगा।
Pakistan के एक यूट्यूबर को इस बात पर जनता की राय लि कि क्या भारत के Chandrayaan-3 landing को टेलीविजन पर प्रसारित किया जाना चाहिए।
चंद्रमा में मिले पानी के निशानों को देखते हुए प्रज्ञान रोवर (Pragyan Rover) द्वारा भेजा जाने वाला डेटा बेहद महत्वपूर्ण है।
बुधवार, 23 अगस्त, 2023 को शाम 06:04 बजे, इसरो ने अपने विक्रम लैंडर moon mission को पृथ्वी के एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह पर सफलतापूर्वक उतारा।
विक्रम लैंडर ने अपना moon landing का कार्य शाम 5:44 बजे शुरू किया और ठीक 20 मिनट बाद lndia और इसरो ने इतिहास रच दिया।
Chandrayaan-3 moon landing चंद्रयान-2 के साहसिक प्रयास की एक मार्मिक और अगली कड़ी है जो 2019 अपने चंद्र मिलन से चूक गया था।
इसरो ने कुछ देर पहले अपने ट्वीट में बताया की सबकुछ ठीक है, और विक्रम लैंडिंग करने को पूरी तरह तैयार है।
Chandrayaan-3 Live: सीधा प्रसारण दूरदर्शन टीवी चैनल, इसरो वेबसाइट के साथ-साथ कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर देखा जा सकता है।