पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों (Pakistan cricket players) की आमदनी में जल्द ही भारी वृद्धि होने वाली है और उन्हें अपने क्रिकेट बोर्ड से दुसरे देशों के टी20 लीग में खेलने की अनुमति भी मिलने के आसार हैं। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) खिलाडियों के साथ नए केंद्रीय अनुबंध की तैयारी में है और उन्हें अभी मिलने वाले पारिश्रमिक में “ऐतिहासिक” बढ़ोतरी होने वाली है।
नए अनुबंध में पाकिस्तान के स्टार खिलाडियों (Pakistan cricket players) जैसे कप्तान बाबर आज़म, मोहम्मद रिज़वान और शाहीन शाह अफ़रीदी को रिटेनर के रूप में प्रति माह 4.5 मिलियन पाकिस्तानी रुपये (लगभग 15,900 अमेरिकी डॉलर या करीब 13.14 लाख भारतीय रुपये) मिल सकते हैं। यह रकम उन्हें अभी के अनुबंध में मिलने वाली राशि से चार गुना से भी अधिक है।
पीसीबी ने 2022 के अनुबंध में खिलाडियों को दो भाग में बाँट दिया था। एक में वो खिलाडी थे जो टेस्ट क्रिकेट भी खेलते थे और दुसरे में वो जो सिर्फ एकदिवसीय या टी20 टीम में चुने जाते थे। अभी के नियम के अनुसार टेस्ट मैच के वाले खिलाड़ियों को प्रति माह 1.1 मिलियन पाकिस्तानी रुपये (करीब 3.23 लाख भारतीय रुपये) मिलते हैं, और सफेद गेंद वाले खिलाड़ी प्रति मैच 0.95 मिलियन पाकिस्तानी रुपये (करीब 2.79 लाख भारतीय रुपये) कमाते हैं।
लेकिन नए अनुबंध में भारतीय क्रिकेटरों के जैसे ही पाकिस्तानी खिलाडियों को भी चार श्रेणियों रखा जायेगा। बाबर, रिज़वान और अफ़रीदी, जो की कप्तान भी हैं और अन्य खिलाडी जो तीनो फॉर्मेट में खेलते हैं, श्रेणी ए में होंगे।
श्रेणी बी के खिलाड़ी लगभग 3 मिलियन पीकेआर (लगभग 10,600 अमेरिकी डॉलर या 8.81 लाख भारतीय रुपये) दिए जायेंगे, जबकि श्रेणी सी और डी के खिलाड़ियों को 0.75-1.5 मिलियन पीकेआर (लगभग 2650-5300 अमेरिकी डॉलर, करीब 2.20 लाख से 4.40 लाख भारतीय रुपये) मिलेंगे।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) भी 2024 से अपने नए राजस्व वितरण मॉडल को लागू करने वाला है। आईसीसी को 2024 से 2028 तक 600 मिलियन अमेरिकी डॉलर (करीब 4,961 करोड़ भारतीय रुपये) की कमाई की उम्मीद है जिसमे से पीसीबी को लगभग 9.6 बिलियन पाकिस्तानी रुपये (34 मिलियन अमेरिकी डॉलर या 281 करोड़ भारतीय रुपये) मिलेगी। यह पीसीबी की अभी मिलने वाली रकम से दोगुनी से भी अधिक है।
हालाँकि पाकिस्तान एक प्रमुख क्रिकेट खेलने वाला देश है लेकिन उसके खिलाड़ी अभी तक सबसे कम मैच पारिश्रमिक पाने वालों की श्रेणी में शामिल हैं। पीसीबी ने अपने खिलाडियों को विदेशी टी20 लीग में खेलने पर भी प्रतिबन्ध लगा रखा है। भारत ने भी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में पाकिस्तानी खिलाडियों को खेलने की अनुमति नहीं दी है।
अब पीसीबी अंतरराष्ट्रीय टी20 लीगों में भाग लेने के लिए खिलाड़ियों को अनुमति दे सकता है। ए-श्रेणी के क्रिकेटरों को प्रति वर्ष एक टी20 लीग में शामिल होने की अनुमति होगी, जबकि बी-श्रेणी के क्रिकेटर सालाना दो लीग में भाग ले सकते हैं। श्रेणी सी के क्रिकेटरों को प्रति वर्ष तीन लीग में भाग लेने का अवसर मिलेगा। बोर्ड खिलाड़ियों को तीन साल के अनुबंध की पेशकश करके स्थिरता भी स्थापित करना चाहता है।