Ghoomer: क्रिकेट पिच से जिंदगी में संघर्ष और वापसी के खेल को दिखाती है

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Ghoomer एक प्रसिद्ध राजस्थानी नृत्य के नाम पर बनीं मूवी क्रिकेट के माध्यम से लोगों को प्रोत्साहित करने वाली फिल्म है। कहते हैं मनुष्य की संकल्प शक्ति से बढ़कर कुछ भी नहीं है। अगर आपने एक बार कुछ ठान लिया और आप डटे रहे तो कुछ भी करना आपके लिए मुश्किल नहीं है।

‘जिंदगी  लॉजिक का खेल नहीं, मैजिक का खेल है’

जिंदगी लॉजिक का खेल नहीं, मैजिक का खेल है।’ यह सार है, चीनी कम, पा और चुप जैसी फिल्मों के निर्माता-निर्देशक आर बाल्कि की नई फिल्म Ghoomer का। ये फिल्म युवाओं को एक सन्देश देती है की मुश्किल से मुश्किल स्तिथि में भी ज़िंदगी से कभी हार नहीं मानना चाहिए।

शूटर कैरोली टकाक्स की असल जिंदगी

कहानी एक हाथ न होने पर भी ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीतने का कारनामा करने वाले शूटर कैरोली टकाक्स की असल जिंदगी से प्रेरित है। पर यहां अनीना (सैयामी खेर) का सपना क्रिकेट है। इस फिल्म  में शूटर की  ज़िंदगी  को  क्रिकेट में  दिखाया गया है।

यहाँ नायिका का सपना क्रिकेट है

18 अगस्त को में रिलीज़ हुई फिल्म Ghoomer में एक ऐसी ही महिला क्रिकेट खिलाड़ी की कहानी दिखाई गई है जो एक सड़क हादसे में अपना दाहिना हाथ खो देती है।
कहानी एक हाथ न होने पर भी ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीतने का कारनामा करने वाले शूटर कैरोली टकाक्स की असल जिंदगी से प्रेरित है, पर यहां नायिका अनीना (सैयामी खेर) का सपना क्रिकेट है.

क्या एक हाथ से कोई क्रिकेट खेल सकता है?

अनीना भारतीय क्रिकेट टीम में देश के लिए खेलना चाहती है। अपनी मेहनत और बैटिंग के दम पर वह नैशनल टीम में जगह भी बना लेती है। मगर जब वह अपने इस सपने से बस एक कदम दूर होती है, तभी कार एक्सीडेंट में अपना दायां हाथ गवां बैठती है। अब एक हाथ से कोई क्रिकेट कैसे खेल सकता है??
उसका सपना चूर चूर हो जाता है, वो बिलकुल टूट सी जाती है. क्या कोई दाएं हाँथ के बगैर क्रिकेट खेल सकता है? अगर हां तो कैसे? ये जानने के लिए सिनेमाघर का रुख करना होगा।

ज़िंदगी बदल देने वाला एक शराबी पूर्व क्रिकेटर, पदम “पैडी” सिंह सोढ़ी

इस घटना के बाद वह सारी उम्मीदें खो देती है, एक शराबी पूर्व क्रिकेटर, पदम “पैडी” सिंह सोढ़ी (अभिषेक बच्चन), उसके घर जाता है और व्याकुल और संशय में पड़ी लड़की से कहता है कि यह उसके लिए सड़क का अंत नहीं है।
पूर्व क्रिकेटर पैडी (अभिषेक बच्चन) युवा क्रिकेटर को गेंदबाजी करने के लिए प्रेरित करने और भारतीय राष्ट्रीय महिला क्रिकेट टीम का हिस्सा बनने के उसके सपनों को पुनर्जीवित करने के लिए आगे आता है।
क्या अनीना उसकी सलाह स्वीकार करती है और पैडी किस कारण से उसकी मदद करने का फैसला करता है, यह आपको Ghoomer में देखने को मिलेगा।

भावुक कर देने वाला दृश्य

अनीना की यात्रा आपको भावुक कर देती है, मानवीय स्तर पर आपसे जुड़ जाती है। आपको रोने पर मज़बूर कर देगी ये फिल्म।
Ghoomer फिल्म के संवाद काफी अच्छे है, संगीत भी बहुत शानदार है।

“क्रिकेट एक मज़ेदार खेल है”

संघर्ष और उम्मीद से जुड़ी इस खूबसूरत फिल्म में कुछ कमियां भी है। जैसे कि फिल्म में अंत में अनीना को ज्यादा प्रभावशाली दिखाने के लिए टीम के अन्य खिलाड़ियों को कमजोर दिखाया गया जिसे “क्रिकेट एक मज़ेदार खेल है” पंक्ति से उचित नहीं ठहराया जा सकता। हालांकि इसके बावजूद ये फिल्म Ghoomer अपने संदेश और कभी ना हार मानने की सोच के लिए हर किसी को देखनी चाहिए।