मैग्नस कार्लसन (Magnus Carlsen) ने आर प्रग्गनानंद (R Praggnanandhaa) को हराकर गुरूवार (24 अगस्त) को शतरंज FIDE विश्व कप 2023 का खिताब जीता। कार्लसन ने पहले टाईब्रेक में काले मोहरों से मिले मौके का फायदा उठाया और दूसरा टाईब्रेक बराबरी पर समाप्त हुआ। अंतिम स्कोरलाइन नॉर्वेजियन के पक्ष में 1.5-0.5 थी। दोनों खिलाड़ी अब प्रतिष्ठित कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं। भारत के 18 वर्षीय आर प्रग्गनानंद (R Praggnanandhaa) ने शानदार प्रदर्शन किया और सेमीफाइनल में फैबियानो कारूआना सहित कई खिलाड़ियों को हराया।
यह नॉर्वे के कार्लसन (Magnus Carlsen) की पहली विश्व कप जीत थी, उन्होंने पांच बार विश्व चैम्पियनशिप जीती थी। कार्लसन ने पहले टाई-ब्रेक गेम में अपने 18 वर्षीय भारतीय प्रतिद्वंद्वी की कड़ी चुनौती पर काबू पाते हुए इसे 45 चालों में जीत लिया। उन्होंने प्रग्गनानंद (R Praggnanandhaa) के उद्यमशील खेल के कारण सामने आई समस्याओं पर काबू पाकर बाजी पलट दी और बढ़त हासिल कर ली।
मंगलवार और बुधवार को दो खेल ड्रॉ पर समाप्त हुए थे, जिससे फाइनल टाई-ब्रेक में बदल गया था। प्रग्गनानंद ने टूर्नामेंट में अविश्वसनीय प्रदर्शन किया, उन्होंने विश्व नंबर 2 हिकारू नाकामुरा और विश्व नंबर 3 फैबियानो कारूआना को हराकर कार्लसन (Magnus Carlsen) के खिलाफ फाइनल में जगह बनाई थी ।
टूर्नामेंट के नतीजों ने प्रग्गनानंद (R Praggnanandhaa) को कैंडिडेट्स 2024 टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करने में भी मदद की, जो कनाडा में आयोजित किया जाएगा। इस प्रकार, प्रग्गनानंद, दिग्गज बॉबी फिशर और कार्लसन के बाद कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करने वाले तीसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए।