Neeraj Chopra जो भारत के गोल्डन बॉय कहे जाते हैं, हंगरी के बुडापेस्ट में चल रही वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में शानदार खेल दिखाया है. नीरज ने मेन्स जैवलिन थ्रो इवेंट के फाइनल में जगह पक्की कर ली है और पेरिस ओलंपिक गेम्स 2024 में भी अपनी जगह पक्की कर ली।
नीरज चोपड़ा ने अपने पहले ही प्रयास में 88.77 मीटर दूर भाला फेंका और फाइनल में जगह बनाई. नीरज के साथ डीपी मनु भी ग्रुप ए में हैं, जबकि ग्रुप बी में किशोर जेना एकमात्र भारतीय हैं।
85 मीटर से ज्यादा दूर भाला फेंकने के साथ ही साथ पेरिस ओलंपिक के लिए भी क्वालिफाई
Neeraj Chopra ने 85 मीटर से ज्यादा दूर भाला फेंकने के साथ ही साथ पेरिस ओलंपिक के लिए भी क्वालिफाई कर लिया है। पेरिस ओलंपिक में जगह बनाने के लिए कम से कम 85.50 मीटर की दूरी हासिल करना जरूरी है और नीरज ने अपने पहले ही प्रयास में 88.77 मीटर की दूरी हासिल की।
नीरज ने कहा, “दुनिया के सर्वश्रेष्ठ एथलीटों के खिलाफ उच्चतम स्तर पर प्रतिस्पर्धा करना और लगातार बने रहना निश्चित रूप से चुनौतीपूर्ण है. साल की शुरुआत में, मैंने काफी अच्छी तैयारी की थी, लेकिन फिर मैं चोटिल हो गया जिसके कारण मुझे कुछ प्रतियोगिताएं छोड़नी पड़ी. उसके बाद, मैं वापस लौटा और लॉज़ेन डायमंड लीग में भाग लिया, जहां मेरा प्रदर्शन अच्छा था. तब से, सब कुछ बेहतर हो गया है, और मैं अपने प्रदर्शन और ट्रेनिंग से खुश हूं.”
नीरज ने जैसे ही भाला फेंका, उनके थ्रो की दूरी देखकर एक बार तो हर किसी की आंखे खुली की खुली रह गई, क्योंकि उनका भाला 90 मीटर के करीब जाता दिख रहा था, मगर भाला 90 मीटर का मार्क क्रॉस नहीं कर पाया. Neeraj Chopra 88.77 मीटर के साथ Paris Olympics 2024 में पहुंचने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं.
क्वालीफाइंग मार्क तक पहुंचने वाले एकमात्र खिलाड़ी
आपको बता दें की ग्रुप ए से नीरज अपने 88.77 मीटर थ्रो के साथ क्वालीफाइंग मार्क तक पहुंचने वाले एकमात्र खिलाड़ी थे. उनके अलावा भारत के ही डीपी मनु 81.31 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ तीसरे स्थान पर हैं. हालांकि वो क्वालीफिकेशन मार्क तक नहीं पहुंच पाया, लेकिन उसके पास क्वालिफाई करने का अच्छा मौका है!
नीरज चोपड़ा ने अमेरिका में 2022 विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता था और वह इस बार यहां स्वर्ण पदक के दावेदारों में शुमार है!
नीरज का सीजन में सबसे बेहतरीन स्कोर
इस सीजन में यह नीरज चोपड़ा का सबसे बेहतर स्कोर है। चोट से वापसी करने के बाद लुसाने डायमंड लीग में वह लय में नहीं दिख रहे थे, लेकिन इस प्रतियोगिता में वह अपने पहले ही थ्रो में शानदार दूरी हासिल करने में सफल रहे। एक ही थ्रो के दम पर उन्होंने चैंपियनशिप के फाइनल और ओलंपिक में जगह बना ली है।