Aditya-L1 ने पृथ्वी और चंद्रमा को एक फ्रेम में कैद किया, सेल्फी भी ली
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने गुरुवार को घोषणा की कि Aditya-L1 के ऑनबोर्ड कैमरे ने उसके पेलोड की तस्वीरें खींची हैं।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने गुरुवार को घोषणा की कि Aditya-L1 के ऑनबोर्ड कैमरे ने उसके पेलोड की तस्वीरें खींची हैं।
Aditya-L1 को सूर्य-पृथ्वी प्रणाली के लैग्रेंज बिंदु 1 के चारों ओर एक प्रभामंडल कक्षा में रखा जाएगा, जो पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन किमी दूर है।
Aditya-L1 सौर मिशन का उद्देश्य क्रोमोस्फीयर और कोरोना सहित सौर वायुमंडल के ऊपरी क्षेत्रों का व्यापक अध्ययन करना है।
Aditya-L1 को भी आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया जाएगा। इसरो ने नागरिकों को पंजीकरण करके श्रीहरिकोटा में लॉन्च व्यू गैलरी से लॉन्च देखने के लिए आमंत्रित किया है।
Aditya-L1 से वास्तविक समय में सौर गतिविधियों और अंतरिक्ष मौसम पर इसके प्रभाव को देखने का अधिक लाभ मिलेगा। इसमें सात पेलोड हैं।
ISRO Missions: चंद्रयान-3 के तुरंत बाद, इसरो सूर्य की ओर रुख करेगा। इसरो भारत के पहले मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन पर भी काम कर रहा है।
Aditya L1 पेलोड के सूट कोरोनल हीटिंग, कोरोनल मास इजेक्शन, प्री-फ्लेयर और फ्लेयर गतिविधियों की महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे।