नेपाल के खिलाफ भी फ्लॉप रहे Tilak Varma को जाकर घरेलू क्रिकेट खेलना चाहिए

नेपाल के खिलाफ भी फ्लॉप रहे Tilak Varma को जाकर घरेलू क्रिकेट खेलना चाहिए

Tilak Varma: इंडियन प्रीमियर लीग में लगातार 2 साल के अच्छा प्रदर्शन करने के बाद बाएं हाथ के मध्यक्रम के सलामी बल्लेबाज तिलक वर्मा को वेस्टइंडीज दौरे पर टी 20 सीरीज के लिए टीम इंडिया में शामिल किया गया था. उन्हें मध्यक्रम का एक तगड़ा बल्लेबाज बताते हुए भविष्य का सुपरस्टार बताया जा रहा था लेकिन पिछले कुछ मैचों में जिस तरह का प्रदर्शन उन्होंने किया है उसे देखते हुए टीम में उनके स्थान पर सवाल उठने लगे हैं.

करियर की शुरुआत अच्छी रही

तिलक वर्मा (Tilak Varma) ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने टी 20 करियर की शुरुआत शानदार तरीके से की थी और पहले ही मैच में 39 रन की पारी खेल प्लेयर ऑफ द मैच बने थे. बाद के 2 मैचों में भी उन्होंने 51 और 49 रन की पारी खेल अपने चयन को सही साबित किया. इसी प्रदर्शन के दम पर उनका चयन वनडे फॉर्मेट में बिना अनुभव के एशिया कप के लिए हो गया वो भी संजू सैमसन जैसे खिलाड़ी को नजरअंदाज करते हुए लेकिन इसके बाद तिलक का प्रदर्शन बेहद साधारण रहा है.

लगातार 6 मैच में फ्लॉप

वेस्टइंडीज टी 20 सीरीज के पहले 3 वनडे में अच्छी बल्लेबाजी के बाद के 5 टी 20 मैचों में तिलक वर्मा (Tilak Varma) का स्कोर 7, 27, 0, 1, 2 रहा है. इसके अलावा एशिया कप 2023 में बांग्लादेश के खिलाफ एकमात्र मैच में भी वे फ्लॉप रहे थे और 9 गेंदों में 5 रन बनाकर बोल्ड हो गए थे. एशियन गेम्स में नेपाल के खिलाफ जहां जायसवाल, रिंकू और शिवम दूबे धमाका कर रहे थे वहां वे 10 गेंदों सिर्फ 2 रन बनाकर बोल्ड हो गए. इस प्रदर्शन के बाद टीम में उनकी जगह को लेकर सवाल उठने लगे हैं.

घरेलू क्रिकेट पर ध्यान दें

इसमें कोई शक नहीं कि तिलक वर्मा (Tilak Varma) एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं और IPL में इसका प्रदर्शन उन्होंने बड़े बड़े गेंदबाजों के खिलाफ किया भी है. इसी वजह से उनको लेकर तमाम बड़े दावे भी किए जा रहे हैं लेकिन सिर्फ 20 साल के तिलक वर्मा के प्रदर्शन को देखते हुए ऐसा लगता है कि उन्हें घरेलू क्रिकेट पर अगले 1-2 सीजन ध्यान देने की जरुरत है. गौतम गंभीर ने भी युवाओं को टीम इंडिया में शामिल करने से पहले उनके घरेलू क्रिकेट में किए प्रदर्शन को अहमियत देने की बात कही थी. घरेलू क्रिकेट उनकी प्रतिभा को और निखारेगा और धैर्य को बढ़ाते हुए उन्हें बेहतर बल्लेबाज बनने में मदद करेगा. तिलक ने सिर्फ 9 प्रथम श्रेणी और 26 लिस्ट ए मैच खेले हैं.

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