कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आज (20 अगस्त 2023) को पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गांधी की जयंती पर पार्टी के शीर्ष निर्णय लेने वाले निकाय के सदस्यों के नामों की घोषणा की। राजस्थान के नेता सचिन पायलट (Sachin Pilot) को इस साल के अंत में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस वर्किंग समिति (सीडब्ल्यूसी) में शामिल किया गया है। राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री पिछले कुछ सालों से बगावत की मुद्रा में हैं और यह कदम उन्हें ऐसा करने से रोकने की कोशिश है। उन्होंने हाल ही में राज्य में अपने प्रतिद्वंद्वी और प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली अपनी ही पार्टी की सरकार को खुले तौर पर चुनौती दी है।
सचिन पायलट (Sachin Pilot) के अलावा शशि थरूर (जो 2022 में कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ पार्टी के सर्वोच्च पद के लिए चुनाव लड़े थे), दीपा दास मुंशी और सैयद नासिर हुसैन भी सीडब्ल्यूसी में नए सदस्य हैं। शशि थरूर के अलावा, जी-23 समूह द्वारा 2020 में पार्टी में सुधार की मांग को लेकर लिखे गए पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले एक अन्य सदस्य आनंद शर्मा को पार्टी की शीर्ष इकाई में जगह मिली है।
दास मुंशी पश्चिम बंगाल से पूर्व सांसद और अनुभवी कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत प्रिय रंजन दास मुंशी की पत्नी हैं। हुसैन राज्यसभा सदस्य हैं, जो पहले कांग्रेस की राष्ट्रीय मीडिया पैनलिस्ट के रूप में काम कर चुकी हैं। सूत्रों ने बताया कि सचिन पायलट (Sachin Pilot) को 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र किसी बड़े राज्य का प्रभारी बनाये जाने की संभावना है।
पायलट (Sachin Pilot) ने एक्स पर एक पोस्ट में खरगे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी का आभार व्यक्त किया। “कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) का सदस्य बनाए जाने पर मैं आदरणीय कांग्रेस अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खरगे जी, CPP चेयरपर्सन श्रीमती सोनिया गांधी जी एवं पूर्व अध्यक्ष श्री राहुल गांधी जी का आभार व्यक्त करता हूं। हम सभी कांग्रेस की रीति-नीति व विचारधारा को सशक्त करते हुए उसे और अधिक मजबूती से जन-जन तक पहुँचाएंगे,” पायलट ने लिखा।
कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) का सदस्य बनाए जाने पर मैं आदरणीय कांग्रेस अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खरगे जी, CPP चेयरपर्सन श्रीमती सोनिया गांधी जी एवं पूर्व अध्यक्ष श्री राहुल गांधी जी का आभार व्यक्त करता हूं।
हम सभी कांग्रेस की रीति-नीति व विचारधारा को सशक्त करते हुए उसे और अधिक… https://t.co/LjK7N8WF4s
— Sachin Pilot (@SachinPilot) August 20, 2023
शशि थरूर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि उन्हें नामित करने के पार्टी अध्यक्ष के फैसले से वह “सम्मानित” महसूस कर रहे हैं। मैं कांग्रेस प्रेजिडेंट मल्लिकार्जुन जी और कांग्रेस केंद्रीय नेतृत्व मुझे कार्य समिति में नामित करने के फैसले से सम्मानित महसूस कर रहा हूं। एक व्यक्ति के रूप में जो पिछले 138 वर्षों में पार्टी के मार्गदर्शन में सीडब्ल्यूसी द्वारा निभाई गई ऐतिहासिक भूमिका से अवगत है, मैं इस संस्था का हिस्सा बनने के लिए विनम्र और आभारी हूं, और अपने समर्पित सहयोगियों के साथ पार्टी की सेवा करने के अवसर की प्रतीक्षा कर रहा हूं। हममें से कोई भी उन लाखों प्रतिबद्ध कार्यकर्ताओं के बिना कुछ भी हासिल नहीं कर सकता जो पार्टी की जीवनधारा हैं। आज सबसे पहले मैं उनको नमन करता हूं। अनगिनत भारतीय जो अधिक समावेशी और स्वीकार्य भारत चाहते हैं, वे हमसे सर्वश्रेष्ठ के पात्र हैं।”
I am honoured by the decision of the @INCIndia President Shri Mallikarjun @Kharge ji and the Congress central leadership to nominate me to the Working Committee. As one who is aware of the historic role played by the CWC in guiding the party over the last 138 years, I am humbled…
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) August 20, 2023
कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने 2023 के शुरुआत कहा था कि पार्टी के आधे पदाधिकारी 50 वर्ष से कम उम्र के होने चाहिए। लेकिन खरगे द्वारा नामित नेताओं में कुल 39 सीडब्ल्यूसी सदस्यों में से केवल तीन 50 वर्ष से कम उम्र के हैं – सचिन पायलट (Sachin Pilot), गौरव गोगोई और कमलेश्वर पटेल।
सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, जो उत्तर प्रदेश की प्रभारी थीं, को किसी भी राज्य का प्रभारी बनाए जाने की संभावना नहीं है।
सदस्यों को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा नामित किया गया है और चुनाव के माध्यम से नहीं चुना गया है। हालांकि कांग्रेस की संचालन समिति ने फरवरी 2023 में कहा था कि सभी सीडब्ल्यूसी सदस्यों को नामित करने के लिए पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को अधिकृत करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया था, लेकिन सूत्रों ने कहा कि यह एकमत नहीं था। अजय माकन, अभिषेक मनु सिंघवी और दिग्विजय सिंह जैसे नेताओं ने कांग्रेस के 85वें पूर्ण सत्र के हिस्से के रूप में, छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित किये गए बैठक में चुनाव का समर्थन किया था।