Khalistani आतंकी की हत्या का आरोप लगाने पर भारत ने किया कनाडा पर पलटवार

Khalistani Hardeep Singh Nijjar Justin Trudeau

कनाडा ने सोमवार (18 सितम्बर) को एक खालिस्तानी आतंकवादी (Khalistani terrorist) की हत्या में भारतीय संलिप्तता का आरोप लगते हुए ओटावा में नई दिल्ली के खुफिया प्रमुख को निष्कासित कर दिया। इस अचानक लिए गए कूटनीतिक कदम के बाद ओटावा और नई दिल्ली के बीच संबंधों में, जो पहले से ही खालिस्तानी आतंकियों के कनाडा में खुले आम घूमने और भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के कारण खटास में थे, और गिरावट आ गयी।

निज्जर और भारतीय अधिकारी के निष्काशन पर कड़ा रुख अपनाते हुए भारत सरकार ने कनाडा द्वारा लगे गए आरोपों को “बेतुका और प्रेरित” बताते हुए खारिज कर दिया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने 19 सितम्बर सुबह एक बयान में कहा, “हमने कनाडा के प्रधानमंत्री का उनकी संसद में दिया गया बयान और उनके विदेश मंत्री का बयान देखा है और उसे खारिज करते हैं। कनाडा में हिंसा के किसी भी कृत्य में भारत सरकार की संलिप्तता के आरोप बेतुके और प्रेरित हैं। इसी तरह के आरोप कनाडा के प्रधानमंत्री ने हमारे प्रधानमंत्री पर लगाए थे और उन्हें पूरी तरह से खारिज कर दिया गया था।”

कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने 18 सितम्बर में संसदीय विपक्ष के एक आपातकालीन सत्र में कहा कि उनकी सरकार के पास जून 2023 में ब्रिटिश कोलंबिया में खालिस्तानी आतंकवादी ( (Khalistani terrorist) हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों के शामिल होने के “विश्वसनीय आरोप” है। “कनाडाई सुरक्षा एजेंसियां ​​भारत सरकार के एजेंटों और एक कनाडाई नागरिक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बीच संभावित संबंध के विश्वसनीय आरोपों पर सक्रिय रूप से काम कर रही हैं,” ट्रूडो ने कहा।

“कनाडाई धरती पर एक कनाडाई नागरिक की हत्या में किसी भी विदेशी सरकार की भागीदारी हमारी संप्रभुता का अस्वीकार्य उल्लंघन है। यह उन मौलिक नियमों के विपरीत है जिनके द्वारा स्वतंत्र, खुले और लोकतांत्रिक समाज अपना आचरण करते हैं,” ट्रूडो ने आगे कहा।

जस्टिन ट्रूडो ने भारत सरकार से मामले को सुलझाने में सहयोग करने के लिए “कड़े शब्दों में” आह्वान किया। कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने कहा कि ट्रूडो सरकार ने तत्काल कार्रवाई की है। अधिकारी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा, ”आज हमने एक वरिष्ठ भारतीय राजनयिक को कनाडा से निष्कासित कर दिया है।” जोली ने यह भी कहा कि निष्कासित भारतीय कनाडा में भारत की विदेशी खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) का प्रमुख है।

भारत सरकार ने कनाडाई पीएम के आरोपों को ‘पूरी तरह से खारिज’ कर दिया और कहा कि उनके राजनीतिक हस्तियों का खुले तौर पर ‘ऐसे तत्वों’ के प्रति सहानुभूति व्यक्त करना गहरी चिंता का विषय बना हुआ है। “हम कानून के शासन के प्रति मजबूत प्रतिबद्धता वाली एक लोकतांत्रिक राजनीति हैं। इस तरह के निराधार आरोप खालिस्तानी आतंकवादियों और चरमपंथियों से ध्यान हटाने की कोशिश करते हैं, जिन्हें कनाडा में आश्रय दिया गया है और जो भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए खतरा बने हुए हैं। इस मामले पर कनाडाई सरकार की निष्क्रियता लंबे समय से और निरंतर चिंता का विषय रही है। कनाडाई राजनीतिक हस्तियों द्वारा ऐसे तत्वों के प्रति खुले तौर पर सहानुभूति व्यक्त करना गहरी चिंता का विषय बना हुआ है। कनाडा में हत्या, मानव तस्करी और संगठित अपराध सहित कई अवैध गतिविधियों को दी गई जगह कोई नई बात नहीं है। हम भारत सरकार को ऐसे घटनाक्रम से जोड़ने के किसी भी प्रयास को अस्वीकार करते हैं। हम कनाडा सरकार से अपनी धरती से सक्रिय सभी भारत विरोधी तत्वों के खिलाफ त्वरित और प्रभावी कानूनी कार्रवाई करने का आग्रह करते हैं,” बयान में आगे कहा गया।

ट्रूडो ने कहा कि उनकी सरकार ने भारतीय सुरक्षा और खुफिया अधिकारियों को अपनी चिंताएं बता दी हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने 9-10 सितम्बर 2023 को भारत में हुए G20 के दौरान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ इस मामले पर चर्चा की थी।

खालिस्तानी टाइगर फोर्स (Khalistani Tiger Force) और सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) की कनाडाई शाखा का नेतृत्व करने वाले हरदीप सिंह निज्जर की 18 जून 2023 वैंकूवर के उपनगर सरे में एक गुरुद्वारे के पास अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। वैंकूवर और ख़ास कर सरे में काफी बड़ी संख्या में सिख समुदाय के लोग रहते हैं।

भारतीय आतंकवाद विरोधी एजेंसी ने जुलाई 2022 में पंजाब के जालंधर में एक हिंदू पुजारी की हत्या के मामले में Khalistani terrorist निज्जर पर 10 लाख रुपये के नकद इनाम की घोषणा की थी। यह कनाडा, ब्रिटेन और अमेरिका में भारतीय राजनयिक मिशनों पर हाल के हमलों की भी जांच कर रहा है।