Hariyali Teej का त्योहार इस साल 19 अगस्त को मनाया जाएगा। ये दिन शिव-गौरी को समर्पित है। हर साल यह व्रत सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर रखा जाता है। इसी दिन देवी पार्वती की कठोर तपस्या से प्रसन्न होकर शिव ने मां गौरी के 108वें जन्म के बाद उन्हें पत्नी स्वीकारा था।
हरियाली तीज या श्रावणी तीज
इसे Hariyali Teej या श्रावणी तीज भी कहा जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं और पूरे सोलह श्रृंगार कर शिव-गौरी की पूजा करती हैं। विवाहित महिलाएं अपने सुहाग की लंबी आयु और परिवार की सुख समृद्धि की कामना करती है।
हरा रंग महादेव को प्रिय
Hariyali Teej के दिन हरे रंग को खास महत्व दिया जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि हरा रंग महादेव को काफी प्रिय है और सुहाग का प्रतीक है। इस दिन हरे रंग की साड़ी और चूड़ियां पहनना शुभ माना जाता है।
महिलाएं इस दिन व्रत रखती हैं और सोलह श्रृंगार कर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं।
मनचाहा वर पाने के लिए कुंवारी कन्याएं करें व्रत
वहीं कुंवारी कन्याएं भी इस दिन मनचाहा वर पाने के लिए व्रत रखती हैं मान्यता है कि Hariyali Teej का व्रत और पूजा विधि विधान के साथ करने से भगवान शिव और माता पार्वती हर मनोकामना पूर्ण करते हैं और अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद देते हैं।
हरियाली तीज 2023 पूजा का मुहूर्त (Hariyali Teej 2023 Puja Muhurat)
श्रावण शुक्ल तृतीया आरम्भ – 18 अगस्त 2023, रात 08 बजकर 01
श्रावण शुक्ल तृतीया समापन – 19 अगस्त 2023, रात 10 बजकर 19
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 04:50 – सुबह 05:35
सुबह का मुहूर्त – सुबह 07:30 मिनट से 09:08
दोपहर का मुहूर्त – दोपहर 12:25 – शाम 05:28
राहुकाल – सुबह 09:31 – सुबह 11:07 (राहुकाल में पूजा न करें)
हरियाली तीज की पूजा सामग्री
Hariyali Teej के दिन सबसे पहले माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा अर्चना करें। इसके लिए पूजा की सामग्री पहले से ही इकट्ठा कर लें ताकि पूजा वाले दिन आपको परेशानी न हो।
भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा के लिए पीला, वस्त्र, कच्चा सूत, नए वस्त्र, केले के पत्ते, बेलपत्र, भांग, धतूरा, शमी के पत्ते जनेऊ, जटा, नारियल, सुपारी, कलश चावल, दूर्वा घास, घी, कपूर, श्रीफल, चंदन, दूध, गंगाजल, दही, शहद पंचामृत जरूर रखें।
सुहाग की सामग्री
Hariyali Teej में माता पार्वती को चढ़ाने के लिए 16 श्रृंगार का सामान इसमें कुमकुम, मेहंदी, बिंदी, महावर, सिंदूर, बिछिया, काजल, चूड़ी, कंघी, माहौर, साड़ी, दर्पण और इत्र
मां पार्वती को चढ़ाएं ये चीजें
Hariyali Teej तीज के दिन सोलह श्रृंगार करके ही पूजा करनी चाहिए। पूजा के दौरान मां पार्वती को सुहाग की सामग्री चढ़ाएं। मां पार्वती को सुहाग का सामान अर्पित करने के लिए हरे रंग की साड़ी, चुनरी और सोलह श्रृंगार से जुड़े सुहाग के सामान में सिंदूर, बिंदी, चूड़ियां, खोल, कुमकुम, कंघी, बिछुआ, मेहंदी, दर्पण और इत्र जैसी चीजों को जरूर रखें।
भगवान शिव को खीर का भोग
इसके अलावा भगवान शिव को इस दिन भगवान शिव को खीर का भोग लगाएं। खीर का भोग लगाने से भगवान शिव अपने भक्त के सभी कष्ट हर लेते हैं।